- 28 नव॰ 2024
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Daksh Bhargava
- व्यापार
सुरक्षा डायग्नोस्टिक आईपीओ के बारे में पूरी जानकारी
सुरक्षा डायग्नोस्टिक लिमिटेड, जो हेल्थकेयर सेक्टर में काम करती है, आईपीओ के जरिये बाजार में उतरने जा रही है। कंपनी की योजना अपना आईपीओ 29 नवंबर 2024 को लॉन्च करने की है, जो 3 दिसंबर 2024 तक खुलेगा। इस आईपीओ के माध्यम से कंपनी स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अपनी उपस्थिति मजबूत करना चाहती है। कंपनी की मुख्य सेवाएं पैथोलॉजी, रेडियोलॉजी टेस्टिंग, और मेडिकल कंसल्टेंसी पर केंद्रित हैं। आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 420 से 441 रुपये रखा गया है।
आईपीओ के आकार और संरचना
यह आईपीओ 846.25 करोड़ रुपये का है, जिसमें प्रमोटर्स और मौजूदा शेयरधारकों द्वारा 1,91,89,330 इक्विटी शेयरों की ऑफर-फॉर-सेल शामिल है। इस आईपीओ में कोई नई ग्रीनफ़ील्ड पेशकश नहीं है। जो निवेशक आईपीओ में हिस्सा लेना चाहते हैं, वे कम से कम 34 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं और इसके गुणकों में निवेश कर सकते हैं। निवेशकों को विभिन्न श्रेणियों में विभाजित किया गया है; QIBs के लिए 50%, खुदरा निवेशकों के लिए 35%, और NIIs के लिए 15% आरक्षित है।
लिस्टिंग की बातें
सुरक्षा डायग्नोस्टिक के शेयर 6 दिसंबर 2024 को BSE और NSE दोनों पर लिस्ट होंगे। कंपनी ने आईपीओ के प्रबंधन के लिए ICICI Securities, Nuvama Wealth Management, और SBI Capital Markets को बुक रनिंग लीड मैनेजर्स (BRLMs) के रूप में नियुक्त किया है। KFin Technologies आईपीओ के लिए रजिस्टार की भूमिका अदा करेगा।
वित्तीय प्रदर्शन और बाजार की स्थिति
वित्तीय वर्ष 2024 की पहली तिमाही, जो 30 जून को समाप्त हुई थी, में कंपनी का शुद्ध लाभ 7.67 करोड़ रुपये रहा और राजस्व 61.85 करोड़ रुपये था। पूरे वित्तीय वर्ष 2024 के लिए कंपनी का शुद्ध लाभ 23.13 करोड़ रुपये जबकि राजस्व 222.26 करोड़ रुपये था। वर्तमान में, कंपनी पूर्वी भारत के बाजार में 1.15-1.30% की बाजार हिस्सेदारी रखती है और अब वह उत्तर पूर्व के बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है।
उद्योग की वृद्धि संभावनाएं
भारत का हेल्थकेयर डायग्नोस्टिक्स उद्योग तेजी से बढ़ने की उम्मीद है, जो 86,000-87,000 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2028 तक 1.27 लाख करोड़ – 1.37 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा। यह वृद्धि 10-12% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) दर्ज करेगी। ऐसे में सुरक्षा डायग्नोस्टिक के लिए अच्छी वृद्धि संभावनाएं मौजूद हैं।
विश्लेषकों की सिफारिशें और जीएमपी
Bajaj Broking ने इस आईपीओ को 'लंबे समय के लिए सब्सक्राइब करें' की सिफारिश दी है। वहीं SBI Securities ने मूल्य निर्धारण में प्रीमियम नोट किया है, लेकिन कोई विशेष सिफारिश नहीं दी है। हालांकि, ग्रे मार्केट में अभी तक कोई सक्रियता नहीं दिखी है और जीएमपी की रिपोर्ट्स भी नहीं आई हैं।
कुल मिलाकर, सुरक्षा डायग्नोस्टिक का आईपीओ उन निवेशकों के लिए एक आकर्षक अवसर हो सकता है जो भारतीय स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के बढ़ते रुझानों से लाभ उठाना चाहते हैं। कंपनी की मौजूदा बाजार स्थिति और विस्तार योजनाएं इसे लंबी अवधि में सफल बना सकती हैं।
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