- 14 जून 2024
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Daksh Bhargava
- अंतर्राष्ट्रीय
जी7 शिखर सम्मेलन में गले मिलते क्षण की तस्वीरें हुईं वायरल
इटली के अपुलिया क्षेत्र में स्थित बोरगो एग्नेजिया रिसॉर्ट में 13 से 15 जून तक आयोजित 50वें जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान एक दिल को छू लेने वाला क्षण इंटरनेट पर तेजी से फैल गया। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के बीच गले मिलने और गाल पर चुम्बन का सुखद आदान-प्रदान उस क्षण को विशेष बना दिया। यह दृश्य कैमरों में कैद हुआ और वीडियो इंटरनेट पर धड़ल्ले से वायरल हो गया।
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि ऋषि सुनक तेज कदमों से जॉर्जिया मेलोनी की ओर बढ़ते हैं, और मेलोनी उन्हें गले और गाल पर चुम्बन के साथ गर्मजोशी से स्वागत करती हैं। दोनों नेता कुछ हंसी-मजाक और बातचीत करते हैं और फिर एक साथ तस्वीर भी खिंचवाते हैं। इस क्षण को देखकर कुछ इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने इसे थोड़ा असहज भी माना, लेकिन फिर भी यह आदान-प्रदान बहुत साझा किया गया।
शिखर सम्मेलन में अन्य प्रमुख नेता
जी7 शिखर सम्मेलन में दुनियाभर के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया। इनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। नरेंद्र मोदी ब्रिंडिसी हवाई अड्डे पर गुरुवार रात देरी से पहुंचे, जहां उनका स्वागत इटली में भारत की राजदूत वाणी राव और अन्य अधिकारियों ने किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किए जाने पर अपनी प्रसन्नता जाहिर की। उन्होंने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के आमंत्रण पर आभार जताया और अपनी पिछली इटली यात्रा और मेलोनी के भारत दौरे को याद किया। इन दौरों ने दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में सुधार लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
सम्मेलन का महत्व और उद्देश्य
जी7 शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य विश्व के प्रमुख और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण देशों के बीच बातचीत को बढ़ावा देना है। इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, वैश्विक आर्थिक स्थितियां, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा और स्वास्थ्य जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा होती है। यह मंच नेताओं को वैश्विक समस्याओं पर संयुक्त रूप से कार्य करने का मौका देता है और तात्कालिक मुद्दों पर एकजुट निर्णय लेने की दिशा में मार्गदर्शन करता है।
ऋषि सुनक और जॉर्जिया मेलोनी के बीच यह गले मिलने का क्षण सिर्फ एक अद्भुत क्षण था, लेकिन इसका व्यापक संदर्भ भी है। यह दिखाता है कि नेताओं के बीच सौहार्दपूर्ण रिश्ता भी महत्वपूर्ण होता है, जिससे द्विपक्षीय और बहुपक्षीय संबंध मजबूत हो सकते हैं। इस प्रकार के निजी और सार्वजनिक संबंध राजनीतिज्ञों के बीच विश्वास और समर्पण को भी दर्शाते हैं।
आंतर्राष्ट्रीय मामलों में मेलोनी और सुनक की भूमिका
जॉर्जिया मेलोनी, इटली की राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण शख्सियत हैं और वे अपनी मजबूत और सीधे-सपाट शैली के लिए जानी जाती हैं। अपने नेतृत्व में, उन्होंने इटली को नई आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार किया है। दूसरी ओर, ऋषि सुनक एक आर्थिक विशेषज्ञ के रूप में पहचान रखते हैं और ब्रिटेन की आर्थिक रणनीति में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण नीतियाँ लागू कर रहे हैं।
इन दोनों नेताओं का मिलना और गले मिलना, वैश्विक नेताओं के बीच व्यक्तिगत संबंधों को नया आयाम देने का प्रतीक है। यहां तक कि जब औपचारिक चर्चाओं और विवादों के बीच, इन नेताओं के बीच निजी स्तर पर सौहार्द और दोस्ती की भावना देखी जा सकती है। इस तरह के व्यक्तिगत संबंध दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग को भी बढ़ावा दे सकते हैं।
भारत-इटली के बीच बढ़ते संबंध
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉर्जिया मेलोनी के बीच पिछले कुछ वर्षों में हुए दौरे और उनकी आपसी मुलाकातें इस बात की गवाही देती हैं कि दोनों देशों के बीच संबंधों में लगातार सुधार हो रहा है। भारत और इटली के बीच व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और द्विपक्षीय सहयोग के कई क्षेत्र हैं, जिन पर दोनों देश लगातार काम कर रहे हैं।
इस शिखर सम्मेलन के दौरान, नरेंद्र मोदी ने भी जी7 के अन्य नेताओं से मुलाकात की और भारत के वैश्विक दृष्टिकोण को साझा किया। शिखर सम्मेलन में सहभागी देशों ने जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य और वैश्विक सुरक्षा जैसे कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की। इसका उद्देश्य व्यापक पैमाने पर वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना और एक स्थिर और प्रगतिकारी भविष्य की दिशा में काम करना है।
इंटरनेट पर वायरल होने का प्रभाव
ऋषि सुनक और जॉर्जिया मेलोनी की गले मिलने की वीडियो के इंटरनेट पर वायरल होने से यह स्पष्ट होता है कि तकनीकी युग में नेता और उनकी गतिविधियाँ दुनिया भर में कितनी जल्दी फैल सकती हैं। सोशल मीडिया के इस युग में एक छोटा सा पल भी लोगों के बीच चर्चा का विषय बन सकता है। इससे नेता और जनमानस के बीच संबंध भी जुड़े रहते हैं और नेता अपने विचारों और दृष्टिकोण को व्यापक सामूहिकता तक पहुंचाने में सक्षम होते हैं।
समापन में, जी7 शिखर सम्मेलन सिर्फ एक आर्थिक और राजनीतिक मंच नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच भी है जहाँ नेता व्यक्तिगत जुड़ाव और सार्वजनिक जीवन के बीच संतुलन साध सकते हैं। ऋषि सुनक और जॉर्जिया मेलोनी का यह गले मिलने का क्षण इसी का प्रतीक है कि राजनैतिक विविधता के बीच भी व्यक्तिगत मेलजोल और सहयोग का महत्व होता है।
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