- 19 जून 2024
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Daksh Bhargava
- राष्ट्रीय समाचार
प्रधानमंत्री मोदी की अद्वितीय पहल
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 का आयोजन 21 जून को श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में होगा जो डल झील के खूबसूरत किनारे पर स्थित है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित इस आयोजन में करीब 3000-4000 प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है। यह योग दिवस का आयोजन प्रधानमंत्री मोदी के जम्मू और कश्मीर में तीसरे कार्यकाल में पहली यात्रा है।
योग का महत्व
इस वर्ष का थीम 'स्वयं और समाज के लिए योगा' रखा गया है। यह थीम न केवल व्यक्तिगत कल्याण को बल देती है बल्कि समाज के सामूहिक कल्याण को भी प्रोत्साहित करती है। योग शरीर और मन दोनों के लिए अत्यंत लाभकारी है और इसे व्यापक रूप से अपनाने की आवश्यकता को प्रधानमंत्री मोदी ने बार-बार उच्चारित किया है।
सुरक्षा की विशेष व्यवस्था
एलजी मनोज सिन्हा के नेतृत्व में श्रीनगर प्रशासन ने इस समारोह के लिए विशेष रूप से बहु-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की है। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर को 'अस्थायी लाल क्षेत्र' घोषित किया है और शहर में ड्रोन और क्वाडकॉप्टर की उड़ान पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
प्रधानमंत्री की सक्रियता
प्रधानमंत्री मोदी ने योग को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने के लिए विशेष प्रयास किए हैं। उन्होंने 2015 से विभिन्न प्रतिष्ठित स्थानों पर योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया है। इस आयोजन के पहले, मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर विभिन्न आसनों को साझा कर योग और इसके लाभों के प्रति जागरूकता फैलाई है।
योग के अद्वितीय योगदान
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस ने चार गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किए हैं, और हर साल इसमें भागीदारी बढ़ती जा रही है। इस आयोजन के माध्यम से योग को न केवल भारत में बल्कि विश्वभर में प्रोत्साहित किया गया है।
ग्राम स्तर पर सहभागिता
केंद्रीय आयुष मंत्री प्रतापराव जाधव ने इस आयोजन के पहले बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक ग्राम प्रधान को पत्र लिखकर ग्रामीण क्षेत्रों में योग के प्रसार और हिस्सेदारी के लिए प्रोत्साहित किया है। इसका उद्देश्य योग को जन-जन तक पहुँचाना है और इसे एक नियमित जीवन का हिस्सा बनाना है।
डल झील पर योग की महत्ता
डल झील के किनारे पर इस आयोजन का महत्व भी अलग है। यह स्थान न केवल नैसर्गिक सौंदर्य का प्रतीक है बल्कि आत्मसंयम और शांति का अनुभव कराने के लिए भी महान है। प्रतिभागी यहां योग के जरिए आत्मिक शांति और संयम का अनुभव कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री की दूसरी यात्रा
यह प्रधानमंत्री मोदी की इस वर्ष में श्रीनगर की दूसरी यात्रा होगी। फरवरी में आयोजित एक रैली के बाद यह उनकी दूसरी यात्रा होगी, जो इस समारोह की महत्वपूर्णता को और अधिक बढ़ाती है।
समाज में योग का प्रसार
योग के समाज पर प्रभाव को लेकर प्रधानमंत्री का दृढ़ विश्वास है कि यह ऑल्टरनेटिव मेडिसिन और सेहतमंद जीवनशैली के रूप में अत्यधिक प्रभावी है। प्रधानमंत्री मोदी ने स्थानीय निकायों और संस्थानों को इससे जोड़कर इसे व्यापक जनसमर्थन दिलाने का प्रयास किया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमुखता
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। हर साल विभिन्न देशों में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में लाखों लोग हिस्सा लेते हैं, जिससे भारत और योग दोनों की प्रमुखता बढ़ती है।
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