- 23 सित॰ 2024
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Daksh Bhargava
- राजनीति
दिल्ली की नई कैबिनेट का गठन
दिल्ली सरकार में एक बार फिर से बड़ा फेरबदल देखने को मिला है। मुख्यमंत्री आतिशी को पिछले कैबिनेट में जितने विभाग सौंपे गए थे, वे सभी 13 विभाग नई कैबिनेट में भी उनके पास रहेंगे। इन विभागों में शिक्षा, राजस्व, वित्त, ऊर्जा, और सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) जैसे महत्वपूर्ण विभाग शामिल हैं। आतिशी के पास वर्तमान में सबसे अधिक विभागों का प्रभार है, और वे कैबिनेट में कार्यरत अन्य सभी मंत्रियों की तुलना में अधिक जिम्मेदारियां निभा रही हैं।
वहीं, सौरभ भारद्वाज को स्वास्थ्य, जल, शहरी विकास, उद्योग और चार अन्य विभागों का प्रभार दिया गया है। इस बदलाव के तहत मंत्रियों के विभागों के पुनःआवंटन से यह स्पष्ट हो गया है कि आतिशी दिल्ली सरकार में प्रमुख प्रशासनिक भूमिकाओं का निर्वहन करेंगी।
आतिशी: दिल्ली कैबिनेट की सबसे महत्वपूर्ण सदस्य
आतिशी, जो छह सदस्यीय दिल्ली कैबिनेट की एकलौती महिला सदस्य हैं, उनके पास वर्तमान में 13 विभाग हैं। यह जिम्मेदारी उन्हें कैबिनेट के सबसे महत्वपूर्ण मंत्री के तौर पर स्थापित करती है। उनके पास शिक्षा विभाग का प्रभार रहना दिल्ली के सरकार की प्राथमिकताओं की जानकारी कराता है, क्योंकि दिल्ली की सरकार शिक्षा के क्षेत्र में सुधारों पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके साथ ही उनके पास वित्त, राजस्व, ऊर्जा, और सार्वजनिक निर्माण विभाग जैसे अहम विभाग भी हैं, जो उनके प्रशासनिक कौशल और अनुभव को दर्शाता है।
सौरभ भारद्वाज को मौलिक अधिकार
भारद्वाज को आठ विभागों का प्रभार दिया गया है जिनमें स्वास्थ्य, जल, शहरी विकास, उद्योग जैसे मुख्य विभाग शामिल हैं। स्वास्थ्य विभाग का प्रभार भारद्वाज को दिए जाने से यह जाहिर है कि सत्ता में वह भी आतिशी की तरह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। स्वास्थ्य विभाग का प्रभार उनके लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है, खासकर ऐसे समय में जब देश महामारी के बाद पुनर्निमाण की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
आतिशी और सौरभ भारद्वाज के अलावा अन्य सभी मंत्रियों के विभाग पूर्व की तरह अपरिवर्तित रहेंगे। इस प्रकार की स्थिरता सरकार को सामूहिक रूप से कार्य करने में सहायक साबित होगी।
कैबिनेट फेरबदल की समयसीमा
हाल ही में हुए इस फेरबदल में कैबिनेट के भीतर संतुलन बनाए रखने का प्रयास किया गया है। इस नए फेरबदल के पीछे का उद्देश्य मंत्रियों के कार्यभार को संतुलित करना है ताकि सभी विभाग प्रभावी तरीके से कार्य कर सकें। कैबिनेट के विभिन्न सदस्यों को दिए गए विभाग उनके अनुभव और प्रशासनिक क्षमता को ध्यान में रखते हुए सौंपे गए हैं।
आतिशी की तत्परता
आतिशी के पास एजुकेशन और वित्त जैसे महत्वपूर्ण विभागों का प्रभार है, जिसमें वह पहले से ही योगदान दे रही हैं। यह विभाग आतिशी के लिए प्रमुख भूमिका निभाने वाले हैं। शिक्षा के क्षेत्र में आतिशी का योगदान और उनकी पहल से दिल्ली के सरकारी स्कूलों में सुधार उत्थान हुआ है। दिल्ली की सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में कई नई पहलें की हैं, जिसमें आतिशी की भूमिका काबिले तारीफ रही है।
रविवार को हुई बैठक में मंत्रियों के विभागों का पुनःआवंटन किया गया, जिसमें आतिशी को 13 और सौरभ भारद्वाज को 8 विभाग सौंपा गया। सरकार का यह कदम प्रशासनिक तंत्र को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
समाप्ति में
इस कैबिनेट फेरबदल ने एक बार फिर से दिल्ली सरकार की प्राथमिकताओं और उल्लेखनीय महत्व की दिशा में कदम बढ़ाया है। इसे नई ऊर्जा और नयी दिशा के रूप में देखा जा सकता है।
एक टिप्पणी करना