- 30 सित॰ 2025
- Himanshu Kumar
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24 सितंबर 2025 को दिल्ली में मोनसून का औपचारिक अंत, 300 mm से अधिक वर्षा ने लाया राहत
24 सितंबर 2025 को दिल्ली में मोनसून का औपचारिक अंत, 300 mm से अधिक वर्षा ने गर्मी‑दर्द को कम किया और जल‑सुरक्षा को बेहतर बनाया.
जब हम पोस्ट‑मोनसून, वर्षा के बाद आने वाला वह अवधि जहाँ लगातार बारिश कम हो जाती है और धूप का असर बढ़ता है. Also known as पश्चात‑मानसून, it पर्यावरण, कृषि और सामाजिक जीवन में कई बदलाव लाता है. इस समय मानसून, बारिश की मुख्य अवधि, आमतौर पर जून से सितम्बर तक की समाप्ति के साथ ही जलतरंगें घटती हैं, लेकिन भारी बारिश, अचानक थोड़ी देर में बड़ी मात्रा में गिरने वाली वर्षा कभी‑कभी फिर भी नई समस्याएँ पैदा कर सकती हैं। इन तीनों इकाइयों के बीच का संबंध सीधे दिखाता है कि पोस्ट‑मोनसून कृषि उत्पादन, जल आपूर्ति और शहरी जीवन को कैसे प्रभावित करता है।
किसानों के लिए पोस्ट‑मोनसून का सबसे बड़ा असर फसल तैयारि में दिखता है। बारिश के बाद मिट्टी में नमी की मात्रा घटती है, जिससे फसल पकड़ने का समय तेज़ हो जाता है और बीजाई के लिए नई जमीन तैयार करनी पड़ती है। खासकर गुजरी, धान और गन्ने की फसलें इस समय बेहतर फलती‑फूलती हैं, क्योंकि जलभंडार अभी भी पर्याप्त होते हैं। इसी दौरान जल निकायों का स्तर घटने से जल आपूर्ति की योजना बनानी पड़ती है, और कई शहरों में जल संकट का खतरा बढ़ जाता है। दिल्ली‑NCR में हाल ही में दर्ज हुई लगातार बारिश ने जल स्तर को अस्थायी रूप से बढ़ाया, पर अब जब बारिश कम हो रही है तो पानी की बेसिनें फिर से कमी का सामना कर रही हैं। इस बदलाव को समझने के लिए मौसम विज्ञानियों ने बताया है कि पोस्ट‑मोनसून में तापमान में हल्का बढ़ोतरी और आर्द्रता में गिरावट होती है, जिससे ठंडे‑मौसम की तैयारी भी जरूरी हो जाती है।
पोस्ट‑मोनसून का असर सिर्फ कृषि और जल तक ही सीमित नहीं है। खेल‑समाचार में भी इस अवधि का विशेष महत्व है। हमारे डेटा में कई क्रिकेट मैचों और अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों का उल्लेख है जो या तो बारिश‑के‑बाद के शेड्यूल बदलाव या पिच‑कंडीशन पर निर्भर थे। उदाहरण के तौर पर, अहमदाबाद में भारत‑वेस्टइंडीज टेस्ट में अचानक बारिश के कारण पिच ने तेज़ी से बदलते लायसिस दिखाया, जिससे पिच‑विश्लेषकों को नई रणनीति बनानी पड़ी। इसी तरह, दुबई में महिला क्रिकेट T20 में मौसम‑विश्लेषण ने टीमों को पिच‑टेंशन समझाने में मदद की। यह दिखाता है कि पोस्ट‑मोनसून के मौसम‑परिवर्तन खेल रणनीति और खिलाड़ियों की तैयारी में सीधे असर डालते हैं। इसके अलावा, पोस्ट‑मोनसून में हुए बाजार‑चलन, जैसे शेयर‑बाजार में मौसम‑संबंधित कंपनियों के शेयरों में उछाल या गिरावट, भी पाठकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी बनते हैं। कुल मिलाकर, पोस्ट‑मोनसून एक बहुआयामी अवधारणा है जो कृषि, जल, खेल और वित्तीय क्षेत्रों को जोड़ती है। नीचे आप इस टैग से जुड़े विभिन्न लेखों को पाएँगे—भारी बारिश की रिपोर्ट, मौसम‑विश्लेषण, खेल‑परिणाम और आर्थिक अपडेट—जो आपको इस मौसम के सभी पहलुओं से रूबरू कराएंगे।
24 सितंबर 2025 को दिल्ली में मोनसून का औपचारिक अंत, 300 mm से अधिक वर्षा ने गर्मी‑दर्द को कम किया और जल‑सुरक्षा को बेहतर बनाया.