
- 6 अक्तू॰ 2025
- Himanshu Kumar
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जब Deepti Sharma, DSP Uttar Pradesh Police ने 22 अप्रैल 2025 को अपने घर में हुई चौंकाने वाली चोरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, तो भारतीय महिला क्रिकेट के दीवाने भी चौंक गए। उन्होंने अपनी साथी Arushi Goel पर 25 लाख रुपये का धोखा और विदेशी मुद्रा एवं सोने-चांदी की चोरी का आरोप लगाया। यह मामला सिर्फ दो क्लब-मैत्री की दोगुनी झूठ नहीं, बल्कि महिला क्रिकेट में विश्वास‑भंग का बड़ा मामला बन गया है।
घटना का टख़्ता अग्रा के सादर पुलिस स्टेशन पर दर्ज हुई FIR में है, जहाँ सिपाही Sumit Sharma, Deepti के भाई ने शिकायत दर्ज करवाई। इस बीच, Deepti वर्तमान में बेंगलुरु में इंग्लैंड टूर की तैयारी कर रही हैं, इसलिए इस चुपके को लेकर उनका शिपाई‑जेट बहुचर्चित हो गया।
दो खिलाड़ियों के बीच दोस्ती और भरोसे का इतिहास
Deepti और Arushi दोनों ही UP Warriorz के सदस्य थीं, जो Women's Premier League (WPL) में प्रतिस्पर्धा करती हैं। शुरुआती दिनों में, दोनों ने घरेलू क्रिकेट में साथ खेला, फिर WPL के जॉयनिंग के साथ दोस्ती की बौछार हुई। Deepti ने अक्सर कहा कि "Arushi मेरे लिए सिर्फ टीम‑मेट नहीं, घर जैसी रही है"।
धोखा और चोरी के विस्तृत तथ्य
सामान्य तौर पर धोखा दो साल की अवधि में फैला। Arushi ने कई बार Deepti से वित्तीय आपातकाल के बहाने 25 लाख रुपये के लेन‑देनों को अपने और अपने माता‑पिता Manju Goel तथा Thanchand Goel के खाते में करवाया। जब Deepti ने पैसे वापस माँगे, तो Arushi ने बहाने बनाए और भावनात्मक दबाव डालने की कोशिश की।
अप्रैल 22, 2025 को CCTV में दिखा कि Arushi ने Deepti के अपार्टमेंट में घुसकर ताले तोड़े, तिजोरी और बंद बॉक्स खोलकर लगभग $2,500 (₹2 लाख) की विदेशी मुद्रा, साथ ही सोने‑चांदी के आभूषण चुराए। चोरी के बाद वह ताले बदलकर नई चाबी लगाकर दोबारा प्रवेश को रोक दिया।
पुलिस की कार्रवाई और FIR की प्रगति
साक्षी पक्ष के अनुसार, इस मामले को तुरंत ACP Sukanya Sharma ने बटवाया। उन्होंने कहा, "दीप्ति के भाई ने सादर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की। प्रारम्भिक जाँच में बताई गई बातों में सच्चाई दिखी और हमने धारा 305 (चोरी), 331 (घर तोड़ना), 316 (विश्वासघात) और 352 (शांति भंग) के तहत FIR दर्ज की।"
इंस्पेक्टर Vijay Vikram Singh ने मीडिया से कहा, "CCTV फुटेज, फोन रिकॉर्ड और बैंक ट्रांजेक्शन की जांच चल रही है। यदि साक्ष्य ठोस मिला, तो हम तेज़ी से अभियोजन करेंगे।"
- धोखे का कुल नुकसान: ₹2.5 करोड़
- चोरी का मूल्य: $2,500 (₹2 लाख) + सोने‑चांदी की आभूषण
- सम्बंधित व्यक्तियों की संख्या: 4 (Arushi, Manju, Thanchand, Sumit)
- मुख्य आरोप: धोखा, चोरी, घर तोड़ना, विश्वासघात
क्रिकेट जगत की प्रतिक्रिया
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, पर कई वरिष्ठ खिलाड़ी और कोच ने "विश्वास का सवाल है" कहकर इस मामले को गम्भीरता से लिया। सामाजिक मीडिया पर भी तेज़ी से बहस छिड़ गई; कुछ ने Deepti की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए, तो कुछ ने महिला क्रिकेट में पेशेवर नैतिकता की कमी को उजागर किया।

महिला क्रिकेट पर संभावित असर और भविष्य की चुनौतियां
Women's Premier League के नए दौर में टीम‑मेट्स के बीच भरोसे का टूटना स्केण्डल का बड़ा झटका है। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे विवादों से लीग की विज्ञापन‑दायित्व, खिलाड़ियों की मनोवैज्ञानिक स्थिति और युवा एथलीटों के बीच सहयोग पर असर पड़ सकता है। अगले सीजन में टीम‑मैनेजमेंट को सख्त पृष्ठभूमि जाँच और एथलेटिक‑सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाने की जरूरत होगी।
आगे की कानूनी राह
वर्तमान में पुलिस ने Arushi Goel और उसके माता‑पिता दोनों को हिरासत में ले लिया है। अदालत में अगले हफ्ते सुनवाई निर्धारित है, जहाँ धन की भरपाई और संभावित जेल सजा तय होगी। Deepti ने कहा, "मैं सिर्फ मेरे क़ज़ौसे नहीं, पूरे खेल को बचाना चाहती हूँ"। अगर मुकदम़े में सभी आरोप सिद्ध होते हैं, तो यह भारतीय महिला क्रिकेट में पहली बड़ी वित्तीय धोखाधड़ी केस बन सकता है।
Frequently Asked Questions
यह केस महिला क्रिकेट के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
धोखा और चोरी जैसी गंभीर अपराधों से खेल की नैतिकता पर सवाल उठते हैं। यदि ऐसे मामलों को सख़्ती से सुलझाया नहीं गया तो नए खिलाड़ियों की सुरक्षा व भरोसा ख़त्म हो सकता है, जिससे लीग की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंच सकता है।
Arushi Goel ने कब तक टीम से बाहर कर दी गई?
WPL 2025 के दौरान Arushi ने कोई भी मैच नहीं खेला और टीम प्रबंधन ने इन घटनाओं के बाद उसे टीम सूची से हटा दिया। अभी तक BCCI ने आधिकारिक रूप से टीम‑बार हटाने की घोषणा नहीं की है।
Deepti Sharma इस मामले में कब तक मुकदमे का सामना करेंगी?
Deepti को कोई आपराधिक आरोप नहीं लगा है; वह फ़ायर रिपोर्ट की शिकायतकर्ता हैं। उनका मुख्य काम कोर्ट में अपने नुकसान की भरपाई की दावेदारी करना होगा, जो अगले दो‑तीन महीनों में सुनवाई के बाद तय होगा।
क्या भारतीय पुलिस ने इस प्रकार के खेल‑संबंधी धोखाधड़ी में पहले भी कदम उठाए हैं?
हाँ, पिछले कुछ सालों में कई खिलाड़ियों के बीच वित्तीय विवाद हुए हैं, पर यह पहला मामला है जहाँ चोरी‑तकनीक और भरोसा‑भंग दोनों के साथ FIR दर्ज की गई है। इसलिए यह केस कानून में एक मील का पत्थर बन सकता है।
1 टिप्पणि
अरे, यह कांड तो पूरी तरह से हॉलिवुड स्क्रिप्ट जैसा है।