
- 20 सित॰ 2025
- Himanshu Kumar
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Annexure K अब सीधे आपके पास: नौकरी बदलते ही PF ट्रांसफर का झंझट खत्म?
नौकरी बदलते ही सबसे बड़ा सवाल यही होता है—पुराने PF को क्या करें? निकालें या नए अकाउंट में जोड़ दें? श्रम मंत्रालय ने 18 सितंबर 2025 को जो नए नियम लागू किए हैं, उनसे PF ट्रांसफर पहले से ज्यादा सरल, तेज और पारदर्शी हो गया है। सबसे अहम बदलाव: अब EPFO के मेंबर पोर्टल से आप खुद Annexure K का PDF डाउनलोड कर सकते हैं। पहले यह डॉक्यूमेंट PF दफ्तरों के बीच ही साझा होता था और सदस्य को कॉपी मिलना मुश्किल था।
Annexure K आपकी पूरी PF कहानी है—कितना बैलेंस और कितना ब्याज, कितनी सेवा अवधि, किस कंपनी में कब जॉइन और कब एग्जिट, किस नाम और UAN से अकाउंट चला—सब एक जगह। ट्रांसफर के वक्त यही डॉक्यूमेंट पुराने फंड को नए अकाउंट में सही तरह मैप करने में मदद करता है, खासकर EPS (पेंशन) सर्विस हिस्ट्री के लिए।
अब बड़ा सवाल—ट्रांसफर क्यों, निकासी क्यों नहीं? तीन ठोस वजहें हैं। पहला, कंपाउंडिंग का फायदा—पैसा PF में रहने पर हर साल ब्याज कमाता है और लंबे समय में बड़ा फंड बनता है। दूसरा, ट्रांसफर पर कोई टैक्स नहीं लगता; जबकि 5 साल की कुल सेवा पूरी होने से पहले निकासी पर टैक्स का खतरा रहता है। तीसरा, सर्विस हिस्ट्री जुड़ी रहती है, जिससे रिटायरमेंट पर EPS पेंशन कैलकुलेशन सीधा और फायदेमंद होता है।
2025 के अपडेट्स में सिर्फ Annexure K नहीं, Form 13 भी नया रूप लेकर आया है। अब ट्रांसफर रिक्वेस्ट में PF की टैक्सेबल और नॉन-टैक्सेबल रकम अलग दिखेगी। इससे रिकॉर्ड साफ रहेगा और आगे चलकर टैक्स या ऑडिट के वक्त कन्फ्यूजन नहीं होगा। साथ ही, जॉइंट डिक्लेरेशन और ऑनलाइन अपडेट की प्रक्रिया भी सिम्पल की गई है, और ओवरलैपिंग सर्विस पीरियड जैसी दिक्कतों को नीतिगत बदलावों से कम करने की कोशिश हुई है।
याद रहे, आपका UAN पूरे करियर में एक ही रहता है। नई नौकरी में नया PF अकाउंट ID बन सकता है, पर UAN वही रहेगा। इसी UAN के नीचे आपके सारे PF अकाउंट जुड़े होते हैं—यानी ट्रांसफर करते समय आपको नया खाता खोलने की जरूरत नहीं, बस पुराने बैलेंस को नए अकाउंट में शिफ्ट कर दें।
एक छोटा उदाहरण समझिए। मान लीजिए आपने 2 लाख रुपये PF में छोड़ दिए और नौकरी बदली। अगर आप पैसा निकाल लेते हैं, तो न ब्याज मिलेगा, न सर्विस हिस्ट्री जुड़ेगी। वहीं अगर आप ट्रांसफर करते हैं, तो सालाना घोषित PF दर के हिसाब से ब्याज जुड़ता रहेगा और 10–12 साल में फर्क साफ दिखेगा। ऊपर से, EPS पेंशन के लिए भी आपकी सेवा अवधि बिना टूटे आगे बढ़ेगी।

स्टेप-बाय-स्टेप गाइड, स्टेटस ट्रैकिंग और आम दिक्कतों का हल
ट्रांसफर शुरू करने से पहले कुछ चीजें तैयार रखें—UAN, आधार से लिंक्ड मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट और PAN/KYC वेरिफाइड। पुराने और नए दोनों Member ID (PF अकाउंट नंबर) भी हाथ में रखें।
स्टेप-बाय-स्टेप EPF ट्रांसफर (2025):
- EPFO यूनिफाइड मेंबर पोर्टल पर लॉग-इन करें—UAN और पासवर्ड से।
- Online Services में जाएं और Transfer Request चुनें।
- Form 13 (Transfer-out) ऑनलाइन भरें—यह 2025 में अपडेटेड है और टैक्सेबल/नॉन-टैक्सेबल कंपोनेंट्स अलग दिखते हैं।
- पुराने Member ID और नए Member ID की डिटेल्स वेरिफाई करें।
- अटेस्टेशन के लिए पुराने या वर्तमान नियोक्ता में से किसी एक को चुनें। आमतौर पर वर्तमान नियोक्ता चुनने पर प्रक्रिया तेज रहती है।
- OTP/डिजिटल वेरिफिकेशन पूरा करें और रिक्वेस्ट सबमिट करें।
जरूरी दस्तावेज/शर्तें:
- Form 13 (ऑनलाइन)
- KYC अपडेटेड (आधार, PAN, बैंक अकाउंट)
- आधार-लिंक्ड UAN
- नए नियोक्ता से Member ID विवरण
Annexure K कैसे मिलेगी? अब सदस्य खुद इसे मेंबर पोर्टल से PDF में डाउनलोड कर सकते हैं। यह खास तौर पर तब उपयोगी है जब कई बार नौकरी बदलने के बाद EPS सर्विस जोड़ने में गड़बड़ी हो, या आपको अपनी सर्विस हिस्ट्री किसी ऑडिट/वेरिफिकेशन के लिए देनी हो।
ट्रांसफर स्टेटस कैसे ट्रैक करें:
- EPFO वेबसाइट के एम्प्लॉयी सेक्शन में जाएं।
- Services के नीचे "Know your claim status" पर क्लिक करें।
- UAN और कैप्चा भरें।
- Member ID चुनें।
- क्लेम स्टेटस देखें—Pending at Employer, Pending at Field Office, Approved, Rejected जैसी एंट्रीज़ दिखेंगी।
टाइमलाइन क्या रहेगी? आमतौर पर कुछ कार्य दिवस से कुछ हफ्ते लग सकते हैं। अगर अटेस्टेशन, KYC या ओवरलैपिंग सर्विस जैसी समस्या नहीं है, तो प्रक्रिया तेज चलती है।
आम वजहें जिनसे ट्रांसफर अटकता है—और क्या करें:
- ओवरलैपिंग सर्विस पीरियड: दो कंपनियों की तारीखें टकरा रही हों। पुराने/नए नियोक्ता से सही DOJ/DOE अपडेट कराएं और जॉइंट डिक्लेरेशन देकर सुधार करवाएं।
- नाम, जन्मतिथि या पिता के नाम मेंMismatch: आधार/KYC के मुताबिक नाम सुधारें। EPFO पोर्टल पर जॉइंट डिक्लेरेशन और सपोर्टिंग डॉक्यूमेंट लगें।
- मल्टीपल UAN: एक ही सदस्य के दो UAN बन गए। EPFO हेल्पडेस्क/ग्रिवेन्स के जरिए पुराने UAN को मर्ज कराएं।
- KYC अप्रोवल पेंडिंग: बैंक अकाउंट/आधार/PAN नियोक्ता से अप्रूव करवाएं।
- गलत Member ID: पासबुक/सैलरी स्लिप से नंबर मिलान कर लें, फिर रिक्वेस्ट भेजें।
अगर पुराना नियोक्ता बंद हो गया हो तो? ऐसे में Transfer Request में वर्तमान नियोक्ता से अटेस्टेशन चुनें। Annexure K की कॉपी और पुराने रोजगार के दस्तावेज मदद करेंगे। जरूरत पड़े तो ऑनलाइन ग्रिवेन्स दर्ज करें, EPFO फील्ड ऑफिस ट्रेस/वेरिफाई करके ट्रांसफर कर देता है।
EPS और EDLI पर क्या असर? PF की रकम तो सीधे ट्रांसफर होती है, लेकिन EPS में “सर्विस अवधि” जुड़ती है—यानी आपके पेंशन के लिए महीने और साल गिने जाते हैं, पैसा अलग से हाथ में नहीं आता। EDLI (बीमा) चलती-फिरती सुविधा है; ट्रांसफर की जरूरत नहीं, बस आपका एक्टिव मेंबरशिप मायने रखता है।
टैक्स का नियम सीधा है—PF ट्रांसफर पूरी तरह टैक्स-फ्री है। 5 साल की कुल सेवा से पहले निकासी करेंगे तो टैक्स/टीडीएस का रिस्क रहता है (PAN/KYC की स्थिति पर दर निर्भर होती है)। इसलिए अक्सर बेहतर होता है कि पैसा PF में ही बढ़ता रहे।
ऑटो-ट्रांसफर कब होता है? अगर आपका UAN आधार से वेरिफाइड है और नई कंपनी में जॉइन करते समय आपने सहमति दी है, तो कुछ मामलों में सिस्टम पुराने फंड को नए Member ID में ऑटो-ट्रांसफर कर देता है। फिर भी, पोर्टल पर लॉग-इन करके स्टेटस वेरिफाई करना अच्छी आदत है—कई बार मैनुअल कन्फर्मेशन की जरूरत पड़ती है।
डेटा सिक्योरिटी कैसे रहती है? वेरिफिकेशन OTP/डिजिटल तरीके से होता है। KYC के बिना प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ती। लॉग-इन क्रेडेंशियल सुरक्षित रखें, सार्वजनिक कंप्यूटर पर काम करने से बचें और काम खत्म होते ही लॉग-आउट करें।
एक वास्तविक-सी स्थिति सोचें—रिया ने तीन साल में दो बार नौकरी बदली। हर बार उसने ट्रांसफर किया, निकासी नहीं। नतीजा—एक ही UAN के तहत उसका PF बैलेंस जुड़ता गया, ब्याज लगातार मिला, और EPS में उसकी सर्विस बिना रुके जोड़ती रही। दस साल बाद यही हिस्ट्री उसकी पेंशन कैलकुलेशन में काम आएगी।
क्विक FAQ:
- क्या अब पेपर Form 13 देना पड़ेगा? ऑनलाइन Form 13 काफी है; ज़रूरत पर नियोक्ता डिजिटल अटेस्टेशन कर देता है।
- Annexure K कौन डाउनलोड कर सकता है? सक्रिय/पूर्व EPFO सदस्य अपने मेंबर पोर्टल से PDF ले सकते हैं।
- क्या पुराना PF अकाउंट बंद करना पड़ता है? नहीं, बैलेंस नए Member ID में ट्रांसफर हो जाता है; UAN एक ही रहता है।
- कितनी बार ट्रांसफर कर सकते हैं? जितनी बार नौकरी बदलें। हर बार नए Member ID में बैलेंस जोड़ दें।
- कोई चार्ज लगता है? नहीं, ट्रांसफर पर कोई शुल्क नहीं है।
- OTP नहीं आ रहा? आधार/मोबाइल लिंकिंग और नेटवर्क जांचें, फिर रिक्वेस्ट दोबारा भेजें।
नए नियमों का मकसद साफ है—सदस्यों को सुविधा, डेटा में पारदर्शिता और क्लेम पर कम विवाद। Annexure K हाथ में होने से आपको अपनी सर्विस हिस्ट्री पर नियंत्रण मिलता है, और अपडेटेड Form 13 से रिकॉर्ड क्लीन रहता है। नौकरी बदलना अब PF के लिए बोझ नहीं, बस कुछ क्लिक का काम है।