
- 28 अग॰ 2025
- Himanshu Kumar
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त्योहार पर बाजार बंद: कब, क्या और क्यों
बुधवार, 27 अगस्त 2025 को Ganesh Chaturthi के मौके पर भारतीय शेयर बाजार बंद रहे। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) दोनों में यह छुट्टी पहले से तय वार्षिक मार्केट कैलेंडर का हिस्सा थी। मुंबई सहित कई शहरों में यह त्योहार बड़े पैमाने पर मनाया जाता है, इसलिए ट्रेडिंग डे ऑफ रखा गया।
दिन भर किसी भी सेगमेंट में सौदा नहीं हुआ। प्री-ओपन सत्र, रेगुलर सत्र और क्लोजिंग सत्र—सब बंद रहे। यानी इक्विटी, इक्विटी डेरिवेटिव और सिक्योरिटीज लेंडिंग एंड बॉरोइंग (SLB) में कोई लेनदेन नहीं हुआ।
ट्रेडिंग अगले कार्यदिवस से सामान्य टाइमिंग पर फिर शुरू होगी: प्री-ओपन सुबह 9:00 से 9:08, रेगुलर मार्केट 9:15 से 3:30 और क्लोजिंग सत्र 3:40 से 4:00 बजे। एक्सचेंजों ने यह शेड्यूल पहले ही सर्कुलर के जरिए बता दिया था ताकि सहभागी अपनी रणनीति समय पर सेट कर सकें।
यह बंदी ऐसे समय में आई जब वैश्विक बाजारों में उतार-चढ़ाव बढ़ा हुआ है—अमेरिकी ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता, कच्चे तेल की कीमतों में हलचल और भू-राजनीतिक तनाव निवेशकों की नजर में हैं। घरेलू सौदे रुके रहने से अंतरराष्ट्रीय संकेतों का असर एक दिन बाद खुलेगा।
निवेशकों के लिए चेकलिस्ट: सेटलमेंट, एक्सपायरी और क्या ट्रैक करें
छुट्टी का असर सिर्फ स्क्रीन पर नहीं, बैक-एंड पर भी पड़ता है। T+1 रोलिंग सेटलमेंट में छुट्टी वाले दिन के सौदे नहीं होते, इसलिए पे-इन/पे-आउट साइकल अगले कार्यदिवस के हिसाब से शिफ्ट हो जाता है। ब्रोकरेज हाउस कस्टडी और फंडिंग ऑपरेशंस अपने-अपने शेड्यूल के अनुसार एडजस्ट करते हैं।
F&O ट्रेडरों के लिए एक अहम पॉइंट—अगर साप्ताहिक बैंक निफ्टी एक्सपायरी छुट्टी वाले दिन पड़ती है, तो आमतौर पर उसकी एक्सपायरी पिछले कार्यदिवस पर शिफ्ट कर दी जाती है। इस हफ्ते पोजीशनिंग करने वालों ने यही ध्यान में रखकर स्ट्रैटेजी बनाई। निफ्टी और फिननिफ्टी की एक्सपायरी क्रमशः अपने निर्धारित दिनों पर रहती है, पर छुट्टियां पड़ें तो एडजस्टमेंट होता है।
क्या बंद रहा और क्या आंशिक रूप से चालू रह सकता है, इसका एक त्वरित सार:
- इक्विटी कैश और इक्विटी डेरिवेटिव: पूरे दिन बंद
- SLB सेगमेंट: बंद
- करेंसी और बॉन्ड मार्केट: कई बार राज्य-विशेष छुट्टी के हिसाब से सीमित कामकाज; अंतिम स्थिति संबंधित सर्कुलर पर निर्भर
- कमोडिटी एक्सचेंज: अमूमन सुबह बंद, शाम का सत्र कई बार खुला रहता है; सटीक टाइमिंग एक्सचेंज तय करते हैं
म्यूचुअल फंड निवेशकों के लिए मतलब साफ है—लार्ज-कैप से लेकर स्मॉल-कैप तक इक्विटी पोर्टफोलियो में उस दिन कोई प्राइस डिस्कवरी नहीं होती। SIP अपने तय दिन पर डेबिट हो सकती है, पर इक्विटी वैल्यूएशन मार्केट के दोबारा खुलने पर अपडेट होता है। लंपसम ऑर्डर दिए हैं तो वे अगले ट्रेडिंग डे पर प्रोसेस होंगे।
इंट्राडे और स्विंग ट्रेडर अगले दिन की शुरुआत से पहले किन संकेतों पर नज़र रखें?
- ग्लोबल क्यूज़: वॉल स्ट्रीट का बंद, एशियाई बाजारों की फर्स्ट प्रिंट और कच्चा तेल/डॉलर-इंडेक्स की चाल
- GIFT Nifty: भारतीय छुट्टी के दिन भी ट्रेड होता है, ओपनिंग सेंटिमेंट का शुरुआती अंदाजा देता है
- FII/DFI फ्लो ट्रेंड: पिछले सत्र का डेटा और डॉलर-रुपया की दिशा
- सेक्टरल क्यूज़: ऑटो की मासिक बिक्री, आईटी के ऑर्डर अपडेट, बैंकिंग में क्रेडिट-डिपॉजिट ग्रोथ जैसे हाई-फ्रीक्वेंसी संकेत
ब्रोकरेज ऑपरेशंस की बात करें तो, मार्जिन स्टेटमेंट्स और पोजीशन कैरी-फॉरवर्ड सामान्य रूप से दिखेंगे, लेकिन नई एंट्री/एग्जिट नहीं हो पाएगी। मिस्ड ऑर्डर के लिए ‘गुड-टिल-ट्रिगर्ड’ या ‘AMO’ (आफ्टर मार्केट ऑर्डर) का इस्तेमाल निवेशक छुट्टी वाले दिन भी कर सकते हैं, ताकि अगली सुबह ऑर्डर क्यू में हो।
निवेशकों को यह भी याद रखना चाहिए कि वोलैटिलिटी का कैरी-ओवर जोखिम हमेशा रहता है। अगर छुट्टी के दौरान वैश्विक बाजारों में तेज मूव हुआ, तो अगली सुबह ओपनिंग गैप-अप या गैप-डाउन दिख सकता है। इसलिए स्टॉप-लॉस, हेजिंग और एक्सपोजर साइजिंग जैसी बुनियादी आदतें यहां भी काम आती हैं।
एक नजर आगे के कैलेंडर पर—अगली मार्केट हॉलिडे 2 अक्टूबर 2025 (गुरुवार) को गांधी जयंती पर रहेगी। तब भी सभी इक्विटी सेगमेंट बंद रहेंगे और ट्रेडिंग अगले कार्यदिवस से सामान्य टाइमिंग पर लौटेगी।