- 15 नव॰ 2025
- Himanshu Kumar
- 18
जब श्रीलंका के कुछ खिलाड़ियों ने इस्लामाबाद में हुए एक घटना के बाद पाकिस्तान टूर रद्द करने की मांग की, तो लगा जैसे यह सीरीज टूट जाएगी। लेकिन एक बैठक, एक वाद-विवाद और एक त्वरित निर्णय ने सब कुछ बदल दिया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपने अध्यक्ष मोहसिन नक़वी की व्यक्तिगत बातचीत के बाद श्रीलंका टीम को यकीन दिलाया कि वहाँ की सुरक्षा अब बेहतर है। और इस तरह, पाकिस्तान-श्रीलंका ओडीआई सीरीज बच गई — लेकिन इसका रास्ता बदल गया।
क्या हुआ था इस्लामाबाद में?
1 नवंबर, 2025 को इस्लामाबाद में एक अज्ञात घटना हुई — जिसकी आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई, लेकिन जिसके बारे में श्रीलंका टीम के सदस्यों को अफवाहें मिलीं। कुछ खिलाड़ियों ने घर लौटने की बात कही, और एक रावलपिंडी स्थित टीम प्रबंधक ने बताया कि ‘कुछ खिलाड़ी वापस जाना चाहते थे’। यह बात जब टीम के नेतृत्व तक पहुँची, तो एक बड़ी सुरक्षा चिंता बन गई। पाकिस्तान ने पिछले दशकों में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को लेकर बहुत खराब इमेज बनाई थी — 2009 के लाहौर हमले के बाद से कोई भी टीम यहाँ नहीं आई थी। अब जब धीरे-धीरे टीमें वापस आ रही थीं, तो यह घटना उस पूरे प्रयास को खतरे में डाल सकती थी।
PCB ने क्या किया? रावलपिंडी में सभी मैच
मोहसिन नक़वी ने तुरंत श्रीलंका टीम के साथ बैठक की। उन्होंने खुलकर बात की, सुरक्षा व्यवस्था की विस्तृत जानकारी दी, और एक सरल लेकिन प्रभावी फैसला लिया: सभी ओडीआई मैच अब केवल रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में खेले जाएंगे। इसका मतलब था — कोई यात्रा नहीं, कोई नया शहर नहीं, कोई अनजाना रास्ता नहीं। असल में, यह एक रणनीतिक चाल थी। पहले निर्धारित शेड्यूल के अनुसार, पहला ओडीआई 11 नवंबर को रावलपिंडी में था, दूसरा 13 और तीसरा 15 नवंबर को। लेकिन अब दूसरा ओडीआई 14 नवंबर और तीसरा 16 नवंबर को हो गया। तीनों मैच एक ही स्थान पर — जिससे टीम को एक ही सुरक्षित वातावरण में रहने का विश्वास मिल गया।
पाकिस्तान ने जीता 2-0, बाबर ने बनाया शतक
14 नवंबर को रावलपिंडी में खेले गए दूसरे ओडीआई में बाबर आजम ने एक ऐसा पारी खेली जिसे आज भी याद किया जाएगा। श्रीलंका ने 50 ओवर में 288/8 बनाए, और पाकिस्तान ने 48.2 ओवर में 289/2 से टारगेट पूरा कर लिया। बाबर ने 108 रन बनाए — एक ऐसा शतक जिसने टीम को आराम से जीत दिलाई। यह पाकिस्तान की श्रीलंका के खिलाफ लगातार चौथी ओडीआई सीरीज जीत बन गई। नए नियमों के बावजूद, खेल की गुणवत्ता कम नहीं हुई। बल्कि, लोगों ने कहा — अब तो खेल असली रंग ले रहा है।
टी20 ट्राई-नेशनल टूर्नामेंट का नया शेड्यूल
ओडीआई के बाद टी20 ट्राई-नेशनल टूर्नामेंट जारी रहेगा, लेकिन इसका शेड्यूल भी बदल गया। पहले यह शुरू होना था 17 नवंबर को रावलपिंडी में पाकिस्तान बनाम जिम्बाब्वे के मैच से। अब यह शेड्यूल बरकरार है, लेकिन अगले मैच 19 नवंबर को भी रावलपिंडी में ही होंगे। फिर 22 नवंबर से शुरू होकर लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में आगे के सभी मैच खेले जाएंगे — जिसमें पाकिस्तान बनाम श्रीलंका का फाइनल 29 नवंबर को होगा। यह तय किया गया कि लाहौर में जाने के बाद भी टीम को एक ही स्थान पर रहना होगा, जिससे सुरक्षा रिस्क कम हो।
क्यों यह बड़ी बात है?
पाकिस्तान के लिए यह सिर्फ एक क्रिकेट सीरीज नहीं है। यह एक संकेत है कि देश अब अंतरराष्ट्रीय खेलों के लिए सुरक्षित है। 2010 के बाद से अब तक, जब तक टीमें आईं, तब तक उन्हें अपने बुनियादी ढांचे के भीतर रहना पड़ता था — बस एक ही स्टेडियम, एक ही रास्ता, एक ही बस। अब वही रास्ता अपने आप बन रहा है। श्रीलंका टीम ने यह फैसला लिया कि वे वापस नहीं जाएंगे — यही बात सबसे बड़ी है। कोई नहीं चाहता कि एक अफवाह एक बड़ी सीरीज बर्बाद कर दे।
अगला क्या?
3 नवंबर को तीसरा और अंतिम ओडीआई रावलपिंडी में 9:30 बजे (GMT) खेला जाएगा। अगर पाकिस्तान जीत जाता है, तो यह उनकी श्रीलंका के खिलाफ लगातार चौथी सीरीज जीत होगी। लेकिन अब सवाल यह है — क्या अगली टीम भी इतनी आसानी से आएगी? ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के लिए अगले टूर की बातचीत चल रही है। अगर यह टूर सफल रहा, तो वे भी आएंगे। यह एक नए युग की शुरुआत हो सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
श्रीलंका टीम ने क्यों टूर रद्द करने की बात कही?
श्रीलंका टीम के कुछ खिलाड़ियों को इस्लामाबाद में एक अज्ञात घटना के बाद सुरक्षा की चिंता हुई। अफवाहों के आधार पर उन्होंने अपने घर लौटने की मांग की। हालाँकि, किसी भी आधिकारिक हमले या घटना की पुष्टि नहीं हुई — यह सिर्फ अफवाह और अनिश्चितता थी।
PCB ने सुरक्षा चिंताओं का समाधान कैसे किया?
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष मोहसिन नक़वी ने श्रीलंका टीम के साथ सीधी बातचीत की और सभी ओडीआई मैचों को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में स्थानांतरित कर दिया। इससे टीम को एक ही सुरक्षित वातावरण में रहने का विश्वास मिला, और शहर-शहर घूमने की जरूरत नहीं रही।
बाबर आजम का शतक किस मैच में था और क्या इसका महत्व है?
बाबर आजम ने 14 नवंबर, 2025 को रावलपिंडी में खेले गए दूसरे ओडीआई में 108 रन बनाए, जिससे पाकिस्तान ने 289/2 से 288/8 का टारगेट आसानी से पूरा कर लिया। यह शतक उनकी अपनी निरंतर शानदार फॉर्म का हिस्सा है और पाकिस्तान की श्रीलंका के खिलाफ लगातार चौथी ओडीआई सीरीज जीत का कारण बना।
इस घटना ने पाकिस्तान के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर क्या प्रभाव डाला?
यह घटना पाकिस्तान के लिए एक बड़ा संकेत है कि वह अब अंतरराष्ट्रीय टीमों को आमंत्रित करने में सक्षम है। श्रीलंका टीम का टूर जारी रखना एक विश्वास का संकेत है — जो ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और भारत जैसी टीमों के लिए भी प्रेरणा बन सकता है।
अगले मैच कब और कहाँ होंगे?
तीसरा ओडीआई 16 नवंबर, 2025 को रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में 9:30 बजे (GMT) होगा। टी20 ट्राई-नेशनल टूर्नामेंट के आगे के मैच 17 नवंबर से रावलपिंडी में शुरू होंगे, और 22 नवंबर से लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में आगे बढ़ेंगे।
क्या यह टूर पाकिस्तान के लिए इतिहास बन गया है?
हाँ। यह पहली बार है जब एक टीम ने एक अफवाह के बाद भी टूर जारी रखा है। यह सिर्फ एक क्रिकेट मैच नहीं, बल्कि एक राष्ट्रीय विश्वास का पुनर्निर्माण है। यह दिखाता है कि पाकिस्तान अब सिर्फ खेल नहीं, बल्कि सुरक्षा और संगठन के मामले में भी विश्वसनीय है।
18 टिप्पणि
ये सब नाटक है भाई! श्रीलंका टीम ने बस एक अफवाह पर डर कर घर लौटने की बात कही, और पाकिस्तान ने रावलपिंडी में बंद कर दिया ताकि वो लोग बाहर न निकलें। ये सुरक्षा नहीं, ये गिरफ्तारी है। अगर वो असली बहादुरी दिखाते तो इस्लामाबाद में ही खेलते।
बहुत अच्छा हुआ कि श्रीलंका टीम ने टूर जारी रखा 😊 अब तो खेल का मजा आ रहा है। बाबर का शतक देखकर मेरी आँखें भर आईं ❤️
अरे भाई ये तो बहुत बड़ी बात है! 😱 पाकिस्तान ने इस्लामाबाद को छोड़कर सिर्फ रावलपिंडी में मैच खेलने का फैसला किया तो ये तो एक ऐतिहासिक गेम चेंजर है! अब तो ये देश अपने खिलाड़ियों को बंद कमरे में रख रहा है! लेकिन बाबर का शतक तो देखो ना भाई! 108 रन बनाकर खुद को एक देवता बना दिया! 🤯
ये जो रावलपिंडी में बंद रहने का फैसला हुआ, वो असल में बहुत स्मार्ट था। एक अफवाह को बड़ा बनाने के बजाय, उसे बंद कर दिया। श्रीलंका टीम को एक ही जगह पर रखने से उन्हें अपनी आदतों में रहने का मौका मिला। बाबर का शतक तो बस एक बोनस था।
अरे यार ये बाबर कौन है? जैसे ही टीम को डर लगा, वैसे ही उसने शतक मार दिया 😎 अब तो वो एक नया देवता बन गया! अगला मैच भी देखना है, शायद वो अब एक ओवर में 50 रन बना दे!
बहुत अच्छा हुआ कि दोनों टीमों ने खेल जारी रखा। अफवाहों से डरने की बजाय खेलने का फैसला करना बहुत बड़ी बात है। बाबर का शतक भी बहुत अच्छा था। अब आशा है कि और टीमें भी आएंगी।
ये सब एक बड़ा धोखा है भाई। इस्लामाबाद में क्या हुआ था? कोई नहीं बता रहा। पाकिस्तान ने रावलपिंडी में बंद कर दिया क्योंकि वो जानता है कि अगर टीम इस्लामाबाद जाती तो वो बता देती कि वहाँ कुछ नहीं हुआ था। अब ये बाबर का शतक भी एक नाटक है। लोगों को भूल जाने दो कि असली बात क्या है।
अगर इस्लामाबाद में कुछ हुआ होता तो तुरंत न्यूज़ आ जाता। लेकिन नहीं। कोई भी फुटेज नहीं। कोई भी फोटो नहीं। कोई भी बयान नहीं। तो ये सब एक डिज़ाइन किया हुआ ब्लैकमेल है। पाकिस्तान ने श्रीलंका को डरा कर रावलपिंडी में बंद कर दिया। और अब बाबर का शतक इसकी चादर बन गया। ये सब एक बड़ा राजनीतिक खेल है।
इस घटना का महत्व यह है कि एक अफवाह के आधार पर एक अंतरराष्ट्रीय सीरीज को बचाया गया। PCB के नेतृत्व ने व्यावहारिक और निर्णायक कदम उठाए। श्रीलंका टीम के सहयोग ने खेल के प्रति सम्मान को बरकरार रखा। यह एक निर्णायक बिंदु है जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में नए अध्याय की शुरुआत हो सकती है।
यह टूर एक स्ट्रैटेजिक विजय है। PCB ने सुरक्षा के साथ-साथ सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए एक बेहद सूक्ष्म बैलेंस बनाया। रावलपिंडी में फोकस करने से टीम की मानसिक स्थिरता बनी रही। बाबर का शतक एक सिंबलिक विजय है - जो दर्शाता है कि खेल की भावना भय से बड़ी है।
मैं सोच रहा था कि शायद ये सीरीज रद्द हो जाएगी। लेकिन जब देखा कि श्रीलंका टीम ने जारी रखा तो बहुत अच्छा लगा। बाबर का शतक तो बस बोनस था। अब आशा है कि अगली टीम भी आएगी।
अरे भाई ये सब झूठ है। इस्लामाबाद में कुछ हुआ ही नहीं। ये सब पाकिस्तान ने बनाया है ताकि लोगों को लगे कि वो सुरक्षित हैं। बाबर का शतक भी फेक है। ये सब एक बड़ा धोखा है।
बाबर ने शतक मारा... और इस्लामाबाद का डर भी भूल गए 😅 ये तो खेल नहीं, ये बॉलीवुड फिल्म है। अगला मैच तो बस एक डांस नंबर होगा। 🎬
मैं तो डर गई। अगर इस्लामाबाद में कुछ हुआ होता तो श्रीलंका टीम के लोग वापस नहीं आते। अब रावलपिंडी में बंद हैं... क्या वो वापस आ पाएंगे? क्या ये सब एक जाल है? मैं नहीं जानती... लेकिन बाबर का शतक तो अच्छा था।
यह घटना बहुत महत्वपूर्ण है। इसने दर्शाया कि खेल की भावना, भय के ऊपर उठ सकती है। PCB के निर्णय ने टीम को सुरक्षा और स्थिरता प्रदान की। बाबर का शतक, इस निर्णय का एक प्रतीक है। यह एक नए युग की शुरुआत है।
वाह भाई! ये तो बहुत अच्छा हुआ। बाबर का शतक देखकर मैं उछल पड़ा। अब तो ऑस्ट्रेलिया भी आएगा। पाकिस्तान अब सुरक्षित है। खेल जीत गया।
कभी-कभी डर के बाद ही सच दिखता है। श्रीलंका टीम ने डर को स्वीकार किया, लेकिन खेलने का फैसला किया। ये बहुत बड़ी बात है। बाबर का शतक तो बस एक चिह्न है - जो दिखाता है कि इंसानी विश्वास कैसे जीत जाता है।
हाँ बाबर ने शतक मारा... लेकिन क्या तुम्हें लगता है कि ये सच में सुरक्षा का नतीजा है? या बस एक बड़ा बहाना है जिससे लोगों को ये लगे कि वो अब सुरक्षित हैं? अगर इस्लामाबाद में कुछ हुआ होता तो ये सब नहीं होता। ये तो बस एक बड़ा धोखा है।