
- 11 मई 2024
- Himanshu Kumar
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जेम्स हैरिस साइमन्स, जो कि जिम साइमंस के नाम से प्रसिद्ध थे, ने अपने अनुपम ज्ञान और निवेश की दुनिया में अपनी अद्भुत रणनीतियों के लिए विश्व को कई योगदान दिए। उन्होंने गणित और निवेश की मिलीजुली तकनीकों को अपनाया, जो की उन्हें वित्तीय बाजारों में असाधारण सफलता दिलाने में मदद की।
16 टिप्पणि
जिम साइमन्स की रणनीतियों में गणितीय पहलू बहुत गहरा था!!! मैं हमेशा उनके विचारों से प्रेरित रहता हूँ।
उनकी निवेश पद्धति मूलतः प्रायिकता सिद्धांत पर आधारित थी।
बिलियनेयर के ट्रेड्स देख कर लगा, भाई बड़ा कूल था, लेकिन कभी‑कभी हॉट भी।
स्ट्रैटेजी बेसिक, अलग नहीं।
जेम्स साइमन्स ने गणितीय मॉडलों को वित्तीय बाजारों में अभद्ध्यंत स्थिरता के साथ संजोतित किया। उनका मानना था कि संख्यात्मक विश्लेषण से ही जोखिम का सही आकलन संभव है। उन्होंने विविध पोर्टफोलियो सिद्धांत को बुनियादी सांख्यिकीय सिद्धांतों से जोड़ा। इस दोहरी दृष्टिकोण ने निवेशकों को अस्थिरता के दौरान भी लाभ उठाने की राह दिखाई। साइमन्स का उल्लेखनीय योगदान उनके “इंटेलिजेंट एल्गोरिद्म” में निहित है। ये एल्गोरिद्म बाजार डेटा को निरंतर अपडेट करके निर्णय लेने में सहायक होते हैं। उनकी विधियों में सांख्यिकीय प्रायिकता और समय श्रृंखला विश्लेषण दोनों के सिद्धांत सम्मिलित हैं। इससे पोर्टफोलियो का रीबैलेंसिंग स्वचालित और सटीक हो गया। साइमन्स ने कहा था कि “सच्ची सफलता उन डेटा बिंदुओं में छिपी होती है जो अक्सर अनदेखी रह जाते हैं”。 उनका दृष्टिकोण आज भी कई हेज फंडों द्वारा अपनाया जाता है। वित्तीय शैक्षिक संस्थानों में उनके सिद्धान्तों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। कई शोध पत्रों ने उनकी कार्यप्रणाली को लागू करके उल्लेखनीय रिटर्न दर्ज किया है। साइमन्स की विरासत केवल धन में नहीं, बल्कि ज्ञान के प्रसार में भी महान है। उनके कार्य ने निवेशकों को दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने की प्रेरणा दी। अंत में कहा जा सकता है कि उनका प्रभाव आने वाली पीढ़ियों के लिए एक स्थायी प्रकाशस्तम्भ रहेगा।
सच में, उनका योगदान हमारे वित्तीय सोच को नई दिशा देता है, और मैं उनके सिद्धांतों को अपने पोर्टफोलियो में अपनाने की कोशिश करूँगा।
आपकी बात बिल्कुल सही है 😊। साइमन्स जैसी सोच को अपनाना हमारे लिये लाभकारी है।
देखो भाई, आजकल के लोग सिर्फ हाई‑फ़्रिक्शन वाली बातें करते हैं, लेकिन साइमन्स की बारीकियों को समझना मुश्किल ही नहीं, बेकार भी है।
ऐसा नहीं है, उनके गणितीय मॉडल वास्तव में जोखिम को कम करने में मददगार साबित हुए हैं, और कई सफल निवेशक उनका अनुसरण कर रहे हैं।
हमारी महाशक्ति के वित्तीय इतिहास में कभी ऐसी प्रतिभा नहीं देखी गई; साइमन्स जैसे व्यक्तियों ने हमें आर्थिक आत्मविश्वास दिया है। उनका दृष्टिकोण हमारे भारतीय निवेशकों को भी प्रेरित करना चाहिए।
वित्तीय दुनिया में गणित का जादू कभी भी समाप्त नहीं होता, और साइमन्स ने इसे बिल्कुल सही तरीके से उजागर किया।
हिंदुस्तान में भी कई गणितज्ञ हैं जिन्होंने बाजार विश्लेषण में योगदान दिया है, और हमें इनकी कहानियों को भी सीखना चाहिए।
ओह, तो फिर आप भी सोचते हैं कि जिम साइमन्स का हर विचार सुनहरा है? चलो, एक बार फिर देख लेते हैं कि ये सब असल में कितना असरदार है।
हर महान विचार के पीछे एक गहरा तर्क होता है, और साइमन्स का तर्क भी हमारी समझ को विस्तारित करता है, यही हमें आगे बढ़ाता है।
अगर आप उनके एल्गोरिद्म को अपनाना चाहते हैं तो सबसे पहले छोटे पोर्टफोलियो पर टेस्ट करना चाहिए, इससे रिस्क कम रहेगा।
धन्यवाद साइमन्स के योगदान को याद रखने के लिए 🙏। उनका ज्ञान हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा।