- 29 जुल॰ 2024
- के द्वारा प्रकाशित किया गया Daksh Bhargava
- खेल
ओलंपिक्स 2024: नडाल और जोकोविच की ऐतिहासिक भिड़ंत
ओलंपिक्स 2024 में टेनिस की दुनिया के दो महान खिलाड़ी राफेल नडाल और नोवाक जोकोविच एक बार फिर से आमने-सामने आने वाले हैं। यह मुकाबला दूसरे राउंड का है, जो पेरिस के प्रतिष्ठित रोलांड गैरोस कोर्ट पर खेला जाएगा। इसे दोनों खिलाड़ियों के बीच का 60वां मुकाबला माना जा रहा है, जिसमें नोवाक जोकोविच वर्तमान में 30-29 से आगे चल रहे हैं।
मुकाबले का महत्व
यह मैच कई मायनों में महत्वपूर्ण है। नडाल, जिन्होंने टेनिस के खेल में एक अलग ही मुकाम हासिल किया है, फिलहाल 38 साल के हैं। उन्होंने पहले राउंड में मार्टन फुकसोविक्स को 6-1, 4-6, 6-4 से हराकर दूसरे राउंड में जगह बनाई है। वहीं, जोकोविच, जो 37 साल के हैं, ने अपने पहले राउंड में मैथ्यू एब्डेन को 6-0, 6-1 से हराया।
यह मुकाबला न सिर्फ टेनिस फैन्स बल्कि खुद खिलाड़ियों के लिए भी खास है। नडाल को हाल ही में जांघ में चोट लगी थी, जिसके चलते उनके खेलने को लेकर संदेह बना हुआ था। लेकिन उन्होंने अपनी चोट को नजरअंदाज करते हुए खेल में हिस्सा लेने का फैसला किया। नडाल न सिर्फ सिंगल्स में बल्कि डबल्स में भी कार्लोस अल्कराज के साथ हिस्सा ले रहे हैं। दूसरी ओर, जोकोविच जिनके नाम पर 24 ग्रैंड स्लैम खिताब हैं, अब तक एक भी ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब नहीं हो पाए हैं।
ऐतिहासिक रोलांड गैरोस
पेरिस का रोलांड गैरोस कोर्ट जहां यह ऐतिहासिक मुकाबला होगा, नडाल के लिए बहुत खास रहा है। यहां पर नडाल ने अब तक रिकॉर्ड 14 फ्रेंच ओपन खिताब जीते हैं। ऐसे में इस कोर्ट पर उनका आत्मविश्वास बहुत ही ऊंचा होगा।
जोकोविच का सफर
नोवाक जोकोविच जो दुनिया के नंबर 1 खिलाड़ी रहे हैं, उन्होंने अपनी करियर में कई उपलब्धियाँ हासिल की हैं। लेकिन ओलंपिक गोल्ड मेडल अभी भी उनकी झोली में नहीं है। यही वजह है कि उनका यह मैच जीतने का जज्बा और उमंग अलग ही स्तर पर होगा। वह हर संभव प्रयास करेंगे कि अपने इस अंतिम ओलंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम कर सकें।
नडाल का संघर्ष और सफलता
राफेल नडाल हमेशा अपनी खेल भावना और संघर्षशीलता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपने करियर में कई चोटों का सामना किया और हर बार मजबूती से वापसी की। 38 साल की उम्र में भी उनका उत्साह और जोश कम नहीं हुआ है।
फैंस की उम्मीदें
विश्वभर के टेनिस प्रेमी इस मुकाबले का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। लोगों को उम्मीद है कि यह मैच बहुत ही रोमांचक और मुकाबले का होगा। यह मुकाबला न सिर्फ टेनिस के इतिहास में बल्कि ओलंपिक खेलों के इतिहास में भी दर्ज होगा।
अब देखना यह है कि कौन सा खिलाड़ी इस ऐतिहासिक मुकाबले में विजय प्राप्त करता है। क्या नडाल अपनी चोट से उबरकर जोकोविच को फिर से हरा पाएंगे या जोकोविच पहली बार ओलंपिक गोल्ड मेडल जीतने की अपनी मौजूदा फॉर्म को बनाए रखेंगे? यह तो समय ही बताएगा।
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