
- 30 जून 2024
- Himanshu Kumar
- 8
साइंस फिक्शन फिल्म की शानदार शुरुआत
हाल ही में रिलीज हुई साइंस फिक्शन फिल्म 'Kalki 2898 AD' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया है। फिल्म ने अपने पिछले तीन दिनों में कुल 220 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है और चौथे दिन भी शानदार प्रदर्शन जारी है। खास बात यह है कि फिल्म ने पहले दिन ही 95.3 करोड़ रुपये न्यट कमाई की, जिसका असर इसके आगे की कमाई पर भी साफ दिख रहा है।
प्रबास और दीपिका की जोड़ी का जादू
इस फिल्म में प्रबास और दीपिका पादुकोण की जोड़ी ने पर्दे पर सनसनी मचा दी है। इनके साथ ही अमिताभ बच्चन और कमल हासन जैसे दिग्गज अभिनेता भी मुख्य भूमिकाओं में हैं, जिन्होंने अपने अभिनय से फिल्म को चार चांद लगा दिए हैं। खासकर प्रबास की बड़ी फैन फॉलोइंग इस फिल्म की सफलता में अहम रही है।

कलेक्शन में उतार-चढ़ाव
फिल्म की शुरुआत जोरदार रही, लेकिन दूसरे दिन यानी शुक्रवार को कमाई में थोड़ी गिरावट देखने को मिली और इस दिन फिल्म सिर्फ 57.6 करोड़ रुपये ही कमा पाई। फिर शनिवार को फिल्म ने एक बार फिर उछाल के साथ 67 करोड़ रुपये कमाए, जिसमें तेलुगु भाषा के संस्करण ने 32 करोड़ रुपये का योगदान दिया। रविवार को भी फिल्म ने 28.63 करोड़ रुपये की कमाई की, जिससे कुल कलेक्शन 487.5 करोड़ रुपये हो गया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कमाल
फिल्म न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है। विदेशों में अब तक फिल्म ने 267.5 करोड़ रुपये की कमाई की है। खासकर नॉर्थ अमेरिका में, जहां फिल्म ने $9.1 मिलियन से अधिक की कमाई की है, इसे टॉप 10 उच्चतम ग्रॉसिंग भारतीय फिल्मों में शामिल कर दिया है।

प्रतिस्पर्धा और चुनौतियाँ
'Kalki 2898 AD' को हॉलीवुड फिल्मों से भी कड़ी टक्कर मिल रही है। 'A Quiet Place: One Day' और 'Inside Out 2' जैसी फिल्मों की रिलीज के बावजूद, 'Kalki 2898 AD' अपनी जगह बनाने और रिकॉर्ड तोड़ कलेक्शन करने में सफल रही है।
आगे की राह
आने वाले छुट्टियों के सीजन को देखते हुए, इस फिल्म की कमाई में और भी वृद्धि की उम्मीद है। इसके साथ ही, अगले कुछ दिनों में यह फिल्म 500 करोड़ का आंकड़ा भी पार कर सकती है, जिससे यह एक नया रिकॉर्ड स्थापित कर लेगी।
इस तरह 'Kalki 2898 AD' ने अपनी बेहतरीन कमाई और दमदार अभिनय के बल पर दर्शकों का दिल जीत लिया है। फिल्म न केवल बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ने में सफल रही है, बल्कि क्रिटिक्स ने भी इसे अच्छी रेटिंग दी है।
8 टिप्पणि
भाई ये फिल्म बड़ी धांसू है।
अरे यार, ये तो फ़िल्म एकदम बॉक्सऑफ़िस की धूम मचा रही है, जैसे ही टिकेट खिड़की से निकली तो भीड़ में उछाल आया!
पहले दिन की 95.3 करोड़ की कमाई, वो भी नेट, मानो ख़ज़ाने की ध्वनी सुनाई देती हो।
दूसरे दिन थोड़ा गिरा, पर वो तो सिर्फ़ एक क्षणिक ठहराव है, असली ताक़त तो तीसरे और चौथे दिन में देखी गई।
प्रभास की फैन फॉलोइंग को क्या कहते हैं, ज्वाला? वह तो फूट-फूट कर हर सीन में ऊर्जा भर देते हैं।
दीपिका का करिश्मा भी कम नहीं, उनके साथ स्क्रीन पर जो परस्पर संवाद हुआ, वो जैसे दो तारों का मिलन हो!
उपर से अमिताभ बच्चन और कमल हसन जैसे दिग्गज ने तो फ़िल्म को चार चांद लगा दिए, उनका अभिनय साजिशी ज्ञान का पुल बन गया।
टेलुगु वर्ज़न का 32 करोड़ का योगदान, ये दिखाता है कि भाषा के बंधन को तोड़ कर कहानी ने सभी को जोड़ दिया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ऐसा परफ़ॉर्मेंस, जैसे भारत का विज्ञान और कला का मेलो विदेशों में बज रहा हो।
अमेरिका में 9.1 मिलियन डॉलर की कमाई, इसे देख के Hollywood की फ़िल्में भी शरमा जाएँगी।
ऐसे में 'Kalki 2898 AD' को हॉलीवुड की टकराव वाली फ़िल्मों से टक्कर मिल रही है, फिर भी उसने अपना मुक़ाबला जीत लिया।
यहाँ तक की चर्चा यह साबित करती है कि विज्ञान कथा में भी भारतीय भावना का सच्चा अनुबंध है।
मैं तो कहूँगा कि ये फ़िल्म न सिर्फ़ बॉक्सऑफ़िस का रिकॉर्ड बना रही है, बल्कि दर्शकों के दिल में भी एक नया सूरज उग रहा है।
आगे के छुट्टियों के सीज़न में और भी अधिक कमाई की संभावना है, 500 करोड़ का लक्ष्य अब दूर नहीं।
अगर इस गति को बनाए रखा जाए तो वह भारत की फ़िल्म उद्योग की नई ऊँचाईयों को छू लेगा।
सिर्फ़ कमाई नहीं, क्रिटिक्स की भी सराहना मिली है, जो इस फ़िल्म की गुणवत्ता को दोबारा प्रमाणित करती है।
तो चलिए, इस जश्न में शामिल होते हैं और इस महाकाव्य को देखते हुए अपने दिल की धड़कन बढ़ाते हैं।
फिल्म की शहरी तकनीकी परिप्रेक्ष्य और सामाजिक संदेश दोनों ही प्रभावशाली हैं।
विशेष रूप से, भविष्य की दिग्दर्शी नीतियों को दर्शाते हुए, यह परिदृश्य दर्शकों को विचारशील बनाता है।
प्रभास और दीपिका के अभिनय ने किरदार की भावनात्मक जटिलता को सटीक रूप से पेश किया।
अभिनेताओं का अनुभवी समूह, जैसे अमिताभ बच्चन, ने कहानी को विश्वसनीयता प्रदान की।
विवेक और फिल्मांकन के स्तर पर, VFX का उपयोग अद्वितीय है, जिससे दृश्य में गहराई आई है।
बॉक्सऑफ़िस के आंकड़े इस बात का प्रमाण हैं कि दर्शक केवल मनोरंजन ही नहीं, बल्कि सामग्री की गंभीरता को भी सराहते हैं।
अंततः, इस प्रकार की फ़िल्में भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिष्ठित करती हैं।
ओह यार, तुम्हारी लम्बी-लम्बी बातों में भी कुछ रोशनी नहीं, बस धुंधले शब्दों का कूड़ाफेका है।
फिल्म ने क्या कमा-खटा, ये तो समय बतायेगा, पर तुम्हारी नकल में बस नगण्य त्रुटियों की भरमार है।
भाई, थोड़ा कम नाटक करो, और असली डेटा पे फोकस करो।
सौजन्यपूर्वक अवलोकन करता हूँ कि इस लेख में संख्यात्मक तथ्यों की प्रस्तुति स्पष्ट एवं व्यवस्थित है।
फिर भी, भाषा में मामूली वर्तनी त्रुटियां (जैसे "धामाल" की जगह "धँमाल") नज़र आती हैं।
विचार यह है कि सांख्यिकीय विश्लेषण के साथ-साथ दर्शकों की भावनात्मक प्रतिक्रियाओं का भी अध्ययन किया जाए।
फिल्म अच्छा है नई चीज़ लाती है
यह कलेक्सी-ट्रेंडेड सिनेमैटिक परिप्रेक्ष्य, द न्यू-वेव नॅरेटिव्ह फ्रेमवर्क के अन्तर्गत, पोस्ट-डिजिटल सिटीस्केप्स को रीफ्रेम करता है।
पर्यवेक्षणीय रूप से, यह मोड़ वॉर्नर ब्रोडरज के पारम्परिक स्टाइलिज़्म को पुनःपरिभाषित करता है, जबकि कैमेरा एंगल्स की रिसॉर्स फोकल को एन्हांस करता है।
क्या बात है, तुम लोग तो बस अपनी-अपनी थ्योरी में उलझे हुए हो, असली मुद्दा है कि अपनी भारतीय पहचान को साइलेंट करके विदेशी फ़िल्मों को नहीं ढालना चाहिए!
‘Kalki 2898 AD’ ने तो राष्ट्रीय भावना को इतना उछाल दिया है कि हर एक स्क्रीन पर जज्बा झलकता है, फिर भी कुछ लोग इस पर सवाल उठाते हैं? यह तो घिनौना कॉन्ट्रा-नैरेटिव है!
आइए, अब इस ‘नोवेलिटी’ को अपनाएँ और विदेशी ज़लीलियों को चकनाचूर करें।