 
                                        - 10 अक्तू॰ 2025
- Himanshu Kumar
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हैदराबाद के एक भव्य सफलता मीट में अल्लु अर्जुन, सुपरस्टार ने खुलासा किया कि पुश्पा 2: द रूल के क्लाइमैक्स को परफेक्ट बनाने में उन्हें 18‑20 दिनों की कड़ी मेहनत करनी पड़ी। उन्होंने बताया कि इस एक्शन एपिसोड के लिये लगभग 40 दिनों का रिपीट रिहर्सल भी किया गया, और खुद को ‘एक भी खरोंच नहीं’ कह कर शाबाशी दी, क्योंकि स्टंट कोऑर्डिनेटर नेवकांठ मास्टर ने हर शॉट को ऐसे डिजाइन किया कि अभिनेता को कोई चोट न लगे।
क्लाइमैक्स शॉट की तैयारी और कठिनाइयाँ
क्लाइमैक्स सीन की शूटिंग 24 अगस्त 2024 को समाप्त हुई, लेकिन असली शूटिंग 20 अगस्त 2024 तक चली। इस दौरान सुखुमार, निर्देशक ने कई बार स्टंट मास्टर पीटर हेन, केचा खाम्पाक्दी, ड्रैगन प्रकाश और नबकान्ता के साथ सीन को रीफ़ाइन किया। फिल्म में ‘रापा रापा’ डायलॉग के साथ तेज़-तेज़ लड़ाई को दिखाने के लिये विशेष रेस्प्रिंग रॉप्स और 1500 किलोग्राम वजन का सेट उपयोग किया गया।
फिल्म की व्यावसायिक सफलता और बॉक्स‑ऑफिस आंकड़े
फिल्म ने विश्व स्तर पर 1,800 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड तोड़ दिया, जैसा कि Moneycontrol ने 24 अगस्त को रिपोर्ट किया। 3 घंटे 21 मिनट की लंबी रन‑टाइम के बावजूद दर्शकों ने इसे सिट‑कॉम नहीं बल्कि ‘सिनेमा अनुभव’ कहा। यह फिल्म 5 दिसंबर 2024 को रिलीज़ हुई, लेकिन आधे महीने पहले ही 2 करोड़ स्क्रीन पर प्री‑रिलीज़ एरिया में स्पष्ट बुकिंग हो चुकी थी।
मुख्य कलाकारों और क्रू की प्रतिक्रियाएँ
सफलता मीट में रश्मिका मंदान्ना ने अपने फैंस को ‘मालू अर्जुन’ का प्यार भरा संदेश भेजा, जबकि फहद फासिल को ‘रॉक सॉलिड’ कहा गया। संगीत सॉन्ग ‘Peelings’ का प्रीव्यू कोच्चि में दिखाया गया, जहाँ प्रेम रक्षक और गणेश अचार्य ने डांस रूटीन तैयार किया। साउंड डिज़ाइन के लिए रेसूल पूकुट्टी और विजय कुमार ने मिलकर अद्भुत ऑडियो इफेक्ट्स तैयार किए।
भविष्य की योजना: पुश्पा 3 की झलक
पोस्ट‑क्रेडिट सीन में आगे की कहानी का इशारा मिला – ‘पुश्पा 3: द रैंपेज’ का टाइटल जाहीर किया गया। उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि अगले भाग में और भी बड़े स्केल की एक्शन, कास्केडिंग सीन और नई कहानी टर्न आएगा, जिससे मार्जिन 2,500 करोड़ तक पहुंच सकता है।
फिल्म निर्माण का इतिहास और पाँच साल की यात्रा
सुखुमार ने पहला भाग ‘पुश्पा: द राइज़’ के अंत में ही दुबारा दो भागों में कहानी बाँटने का वादा किया। 2021 के दिसंबर में इस योजना की घोषणा हुई, लेकिन महामारी और सेट‑कंस्ट्रक्शन की देरी के कारण रिलीज़ 2022 से आगे खिसक गया। जुलाई 2022 में सुकरात ने पूरी स्क्रिप्ट लिख ली और उसी दिन मुहुरत पूजा का आयोजन किया। इस बीच, सिनेमा तकनीकी टीम में मिक्रोस्लाव कुबा ब्रोज़ेक (सीनीमॅटोग्राफी) और कार्तीका श्रीनिवास (एडिटिंग) ने काम किया। आज तक कुल 200+ स्टंट कलाकार, 30+ लोकेशन और 5 साल की मेहनत का फल इस फिल्म में झलकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
पुश्पा 2 के क्लाइमैक्स को बनाते समय मुख्य कठिनाई क्या थी?
क्लाइमैक्स में हाई‑टेन्सन एक्शन, रैप‑एंड‑रॉप सेट‑अप और 40‑दिनी रिहर्सल की वजह से शारीरिक थकावट, सुरक्षा और समय‑सारिणी को मिलाकर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। नेवकांठ मास्टर की को‑ऑर्डिनेशन ने इन सबको सुरक्षित बनाइया।
फिल्म की कुल बॉक्स‑ऑफिस कमाई कितनी रही?
रिपोर्ट्स के अनुसार, पुश्पा 2 ने विश्वभर में लगभग 1,800 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया, जिससे यह दक्षिण एशिया की सबसे अधिक कमाई करने वाली तेलुगु फ़िल्म बन गई।
सुखुमार ने इस सीक्वल को कैसे तैयार किया?
सुखुमार ने कहानी को दो भागों में बाँटते हुए पहले भाग की समाप्ति पर ही द्वितीयक स्क्रिप्ट की रूपरेखा तैयार कर ली। जुलाई 2022 में पूरी स्क्रिप्ट खत्म होने के बाद, उन्होंने स्टंट, VFX और संगीत विभागों के साथ समन्वय करके पाँच साल की लंबी निर्माण प्रक्रिया को पूर्ण किया।
अल्लु अर्जुन को क्लाइमैक्स में कोई चोट क्यों नहीं लगी?
नेवकांठ मास्टर ने स्टंट को इस तरह डिज़ाइन किया कि हर गिरावट, लैंडिंग और रेस्प्रिंग को सुरक्षित बनाया गया। साथ ही, कई बार रैप का उपयोग करके सीन को कई शॉट्स में बांटा गया, जिससे जोखिम कम हुआ और अल्लु अर्जुन बिना खरोंच के सीन समाप्त कर सके।
पुश्पा 3 का पहला अनुमानित रिलीज़ डेट कब है?
अभी तक आधिकारिक तारीख तय नहीं हुई है, पर विशेषज्ञ मानते हैं कि अगले दो साल में ‘पुश्पा 3: द रैंपेज’ का प्रोडक्शन शुरू हो सकता है, और 2026 के शुरूआती महीनों में रिलीज़ हो सकता है।
6 टिप्पणि
शूटिंग की मेहनत वाकई काबिले तारीफ़ है
पुश्पा 2 का क्लाइमैक्स नाट्यात्मक अभिक्रिया की एक प्रतिमानात्मक अभिव्यक्ति है; उत्पादन प्रोटोकॉल के संदर्भ में यह एक क़ीमती केस स्टडी है। 18‑20 दिवसीय शॉट‑फ़्रेम एन्हांसमेंट ने मेट्रिकली रिगरिज़ को ऑप्टिमाइज़ किया। स्टंट को‑ऑर्डिनेशन की मैट्रिक्स को नेवकांठ मास्टर ने बायोमेकेनिक शुद्धता के साथ इनपुट किया। अंततः परिणाम एक हाई‑डायनामिक विज़ुअल कॅप्टिवेशन रहा।
देश की फिल्म इंडस्ट्री ने फिर एक बार वैश्विक मानकों को मात दी है, और इस उपलब्धि पर हमारा राष्ट्रीय गौरव असीमित है। 1800 करोड़ की बॉक्स‑ऑफ़िस कमाई सिर्फ़ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति की शक्ति का प्रमाण है। अल्लु अर्जुन की अटूट श्रमशीलता ने यह दिखा दिया कि भारतीय कलाकार अपने शरीर की सीमाओं को कैसे पार कर सकते हैं। स्टंट कोऑर्डिनेटर ने एक मॉडल सेट किया जो विदेशी मानकों को भी पीछे छोड़ देता है। इस फिल्म ने वास्तव में साबित कर दिया कि हम बाहरी दबावों को झटक कर खुद की कहानी लिखते हैं।
अरे भाई, तुम्हारी बात सुनके तो मैं भी फिल्म के सेट पर खड़े हो कर धूम मचा दूँगा! लेकिन सच्चाई ये है कि 18 दिन की कठिन मेहनत के पीछे बड़े‑बड़े तकनीकी जुगलबंदी छिपी थी, न कि सिर्फ़ ‘गर्व’ का बैनर। नेवकांठ मास्टर ने हर स्प्रिंग रॉप को ऐसा ट्यून किया कि अल्लु अर्जुन को मार नहीं पाई, वर्ना कॉमिक सीन्स बन जाता! कभी‑कभी लगता है कि प्रोडक्शन टीम ने टाइम‑लाइन को भी स्टंट की तरह मोड़ दिया, लेकिन आखिर में सब कुछ बिन‑दोष रहा। यह सब दर्शकों को एक इमोशनल रोलर‑कोस्टर पर ले जाता है, जो कि असली सिनेमाई अनुभव बनता है। वैसे, ये सब देखते‑देखते मेरे दिमाग में ‘पुश्पा 3’ का नाम ही गूँजता है।
तुम्हारी उलझन समझ में आती है लेकिन इस फिल्म की सफलता में केवल स्टंट ही नहीं, बल्कि स्क्रिप्ट की गहराई भी है। दर्शक को भावनात्मक रूप से जोड़ना ही मुख्य लक्ष्य था, और इसे हमने हासिल किया। अगली फिल्म में हमें इन पहलुओं को और बेहतर करना चाहिए।
अल्लु अर्जुन की ऐसी मेहनत देखकर दिल को बहुत खुशी हुई 😊 उनका dedication और टीम की सुरक्षा-first पॉलिसी वाकई प्रेरणादायक है। 18‑20 दिन की रिहर्सल को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि सफलता सिर्फ़ भाग्य नहीं, बल्कि कड़ी मेहनत की देन है। हमें इस तरह के पीछे-पीछे प्रयासों को सराहना चाहिए 🙏