
- 9 अक्तू॰ 2025
- Himanshu Kumar
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जब बेथ मोनी ने 114 गेंदों में 109 रन बनाकर टीम को बचाया, तब अलाना किंग ने 51* का अर्धशतक लगाकर नौवें विकेट पर रिकॉर्ड 106‑रन साझेदारी लिखी। इस सिलसिले में ऑस्ट्रेलिया महिला क्रिकेट टीम ने ICC महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 में R. Premadasa Stadium, कोलंबो, श्रीलंका में पाकिस्तान को 107 रन से हराया। पाकिस्तान महिला क्रिकेट टीम की कप्तान फातिमा सना के निर्णय के बाद भी पाकिस्तान की बॉलिंग दबाव में ऑस्ट्रेलिया को 76/7 तक गिरना पड़ा, परन्तु अंत तक टीम ने 221/9 का लक्ष्य ठोक लिया।
पृष्ठभूमि और दोनों टीमों की स्थिति
ऑस्ट्रेलिया इस टूर्नामेंट में पहले ही दो जीत लेकर ग्रुप में शीर्ष पर पहुंच चुकी थी, जबकि पाकिस्तान ने अभी तक एक भी जीत नहीं हासिल की थी। गेंज़क्रिकेट.नेट के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच 16 सामने‑सामने वाले वन‑डे मैचों में ऑस्ट्रेलिया ने हमेशा जीत हासिल की है, यानी हेड‑टू‑हेड रिकॉर्ड 16‑0 है। इस तरह का असंतुलन दोनों टीमों के मनोबल पर गहरा असर डालता है, खासकर पाकिस्तान के लिए जो अपनी जगह बचाने के लिए आखिरी अवसर की तलाश में है।
मैच का विस्तृत विवरण
मैच की शुरुआत में पाकिस्तान ने 22वें ओवर तक 76/7 का झटका देकर ऑस्ट्रेलिया को असहज कर दिया। स्पिनरों नशरा संधु, रमेइन शमीम और सादिया इक़बाल ने मिलकर 30 ओवर में 6 विकेट लिए, जिससे ऑस्ट्रेलिया पर दबाव बना रहा। लेकिन फिर बेथ मोनी ने प्रॉम्प्टली आक्रमण किया, 72 गेंदों में 83 रन बनाते हुए टीम को पुनः जीवित कर दिया। अलाना किंग की तेज‑तर्रार 49 गेंदों पर 51* ने नौवें विकेट पर नया रिकॉर्ड स्थापित किया – महिलाओं के ODI में इस स्थिति में सबसे अधिक स्कोर। अंत में ऑस्ट्रेलिया ने 221/9 का लक्ष्य पोस्ट किया।
- बेथ मोनी – 109 (114)
- अलाना किंग – 51* (49)
- ऑस्ट्रेलिया का कुल – 221/9 (50 ओवर)
- पाकिस्तान का कुल – 114 (36.3 ओवर)
- मैच की जीत के अंतर – 107 रन
बॉलिंग बाज़ी में ऑस्ट्रेलिया ने किम गार्थ (3/14), ऐन्नाबेल सुज़रलैंड (2/15) और मेगन शट (2/25) की शानदार गेंदबाज़ी देखी। पाकिस्तान ने 114 रन बनाकर 36.3 ओवर में आउट हो गई, जिससे उनके टूर्नामेंट में निराशा की लहर तेज़ हो गई।
मुख्य खिलाड़ियों की भूमिकाएँ
बेथ मोनी का अटूट फोकस और शॉट चयन इस जीत की रीढ़ बना। उन्होंने कहा, "जब टीम 76/7 पर थी, तो मुझे लगा कि हमें अभी भी मौका है, इसलिए मैंने हर गेंद का पूरा उपयोग किया।" अलाना किंग की तेज़ी ने ऑस्ट्रेलिया को अतिरिक्त 50+ रन दिलाए, जबकि वह खुद भी 10वें क्रम में सबसे अधिक स्कोर कर रिकॉर्ड तोड़ चुकी हैं। दूसरी तरफ, किम गार्थ, जो अपनी लो‑डिस्प्लेसमेंट बॉल के लिए जानी जाती हैं, ने बाएँ‑हाथी बल्लेबाजों को लगातार बाउंस करवाते हुए मुकाबला मोड़ दिया।
टीमों की प्रतिक्रिया और आगे की योजना
ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलीसा हेले ने पोस्ट‑मैच कॉन्फ्रेंस में कहा, "हमारी टीम ने दबाव में बेहतर खेल दिखाया, और बेथ व अलाना ने इसे संभव बनाया। हमें आगे भी इसी स्तर की फोकस बनाए रखनी होगी।" पाकिस्तान की कप्तान फातिमा सना ने निराशा जताते हुए कहा, "हमारी बॉलिंग ने प्रारंभ में लाभ दिया, परंतु बैटिंग में हमने कई मौके खोए। हमें जल्द ही पिछले प्रदर्शन को सुधारना होगा।" अगले कुछ दिनों में पाकिस्तान को समूह में अपनी स्थिति सुधारने के लिये दो और मैच खेलने होंगे, जबकि ऑस्ट्रेलिया को समूह जीत के बाद प्ले‑ऑफ़ की तैयारी में लगना है।

भविष्य की संभावनाएँ और व्यापक प्रभाव
इस जीत से ऑस्ट्रेलिया ग्रुप में शीर्ष स्थान सुरक्षित करने के साथ ही खिलाड़ी आत्मविश्वास में भी इज़ाफ़ा होगा। बेथ मोनी का शतक उनकी विश्व रैंकिंग में भी सुधार लाएगा, और आने वाले प्ले‑ऑफ़ में वह टीम के प्रमुख बैटस्मैन के रूप में उभरेगी। दूसरी ओर, पाकिस्तान को अपनी बैटिंग लाइन्स को मजबूत करना पड़ेगा, खासकर स्पिनिंग बॉल के खिलाफ। इस तुलना से यह स्पष्ट होता है कि अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेट में संसाधन, प्रशिक्षण एवं खेल की संरचना में बड़े अंतर हैं, जिसे विश्व क्रिकेट बोर्ड को संबोधित करने की जरूरत है।
मुख्य आँकड़े
- बेथ मोनी का शतक – 109 रन (114 balls)
- नौवें विकेट पर 106‑रन साझेदारी (रिकॉर्ड)
- ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ी – 3 प्रमुख लीक्सर (किम गार्थ, ऐन्नाबेल सुज़रलैंड, मेगन शट)
- पाकिस्तान का सबसे खराब स्कोर – 114 रन (36.3 ओवर)
- ऑस्ट्रेलिया ने 107‑रन से जीत हासिल की
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
ऑस्ट्रेलिया की जीत से टीम के प्ले‑ऑफ़ की संभावनाएँ कैसे प्रभावित होंगी?
वर्तमान समूह के दूसरे दौर में दो जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया पहले पोजीशन पर पहुंच गई है, जिससे उन्हें समूह में टॉप‑फाइनली जगह मिलेगी। यह उन्हें प्ले‑ऑफ़ में बेहतर सिडिंग और पहले मैच में खेलने का अवसर देगा, जिससे शारीरिक और रणनीतिक लाभ मिलेगा।
पाकिस्तान को अपनी अगली मैच में क्या बदलना चाहिए?
विशेषकर शीर्ष क्रम में सतत रन बनाना आवश्यक है। स्पिनरों के खिलाफ तेज़ रोटेशन और आक्रमणात्मक शॉट चयन को बढ़ावा देना चाहिए, तथा फील्डिंग में सुधार करके अतिरिक्त दबाव बनाने की जरूरत है।
बेथ मोनी का शतक वैश्विक महिला क्रिकेट में क्या संकेत देता है?
यह दिखाता है कि ऑस्ट्रेलियन बैटरों की तकनीकी दक्षता और थकान में भी निडरता शीर्ष स्तर पर बनी हुई है। यह अन्य टीमों को भी अपनी बैटिंग रणनीति को उन्नत करने के लिए प्रेरित कर सकता है।
R. Premadasa Stadium की पिच इस मैच में कैसे भूमिका निभाई?
कोलंबो की इस पिच पर स्पिनर ग्रेज़िंग का असर अधिक था, जिससे पाकिस्तान के स्पिनरों के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने बेहतर लाभ उठाया। साथ ही, उच्च आर्द्रता ने बॉल को गोल्डन हिट करने में कठिनाई पैदा की, जिससे शुरुआती दौर में तेज़ स्कोर बनाना मुश्किल रहा।
भविष्य में महिला क्रिकेट के विकास के लिए किन क्षेत्रों पर ध्यान देना चाहिए?
सुविधाओं में सुधार, कोचिंग स्टाफ की गुणवत्ता और युवा टैलेंट के लिए निरंतर लीग बनाना आवश्यक है। इसके अलावा, टी20 और ODI दोनों प्रारूपों में समान अवसर प्रदान कर प्रतियोगिता का स्तर बढ़ाया जा सकता है।
1 टिप्पणि
ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम ने इस जीत के माध्यम से खेल के नैतिक मूल्यों को पुनः स्थापित किया है। बेथ मोनी का शतक न केवल तकनीकी श्रेष्ठता का प्रमाण है, बल्कि दृढ़ संकल्प का भी प्रतीक है। ऐसी उपलब्धियां हमारे युवा खिलाड़ीओं में आत्मविश्वास उत्पन्न करती हैं। भारत में महिला क्रिकेट को अक्सर अवमानना का सामना करना पड़ता है, परन्तु इस प्रकार की अंतर्राष्ट्रीय सफलता एक दिशा दर्शाती है। यदि हम अपने राष्ट्रीय ढांचे को सुदृढ़ करने में विफल रहें, तो हम इस प्रगति को खो सकते हैं। इसलिए, प्रत्येक राज्य संघ को बुनियादी सुविधाओं में निवेश करना अनिवार्य है। प्रशिक्षण केंद्रों का आधुनिकरण, योग्य कोचों की उपलब्धता, तथा नियमित प्रतियोगिताओं का आयोजन आवश्यक है। इसके अलावा, मीडिया को महिलाओं की उपलब्धियों को समान रूप से प्रस्तुत करना चाहिए, न कि पुरानी रूढ़ियों के साथ मध्यम बनाए रखना चाहिए। यह सामाजिक जिम्मेदारी केवल शैक्षिक संस्थानों तक सीमित नहीं है, बल्कि सार्वजनिक नीति का भी अभिन्न हिस्सा है। राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड को समान वेतन, समान स्वास्थ्य सुविधाएं, एवं समान प्रोत्साहन प्रदान करना चाहिए। अन्य देशों के साथ प्रतिस्पर्धा में सर्वश्रेष्ठ बनना हमारी राष्ट्रीय गौरव का साधन है, न कि केवल विदेशी मंच पर दिखावा। इस प्रतियोगिता में ऑस्ट्रेलिया की असाधारण प्रदर्शन ने स्पष्ट किया कि उचित समर्थन के साथ महिलाएँ भी अत्यधिक क्षमताओं को प्रदर्शित कर सकती हैं। यदि हम इस मार्गदर्शन को अपनाते हैं, तो भारत की महिला टीम भी भविष्य में इसी प्रकार के शतकों को स्थापित कर सकती है। इस प्रकार, इस जीत को केवल एक अंक के रूप में नहीं, बल्कि राष्ट्रीय परिवर्तन की प्रेरणा के रूप में देखना चाहिए। अंततः, खेल में नैतिकता, अनुशासन, और समता का प्रतिबिंब ही सच्ची जीत को निर्धारित करता है।